कठुआ और उन्नाव गैंगरेप जैसी घटनाओं को लेकर पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को नसीहत दी है. इंडियन एक्सप्रेस को दिए इंटरव्यू में मनमोहन सिंह ने कहा है कि पीएम मोदी ने इन दोनों मामलों पर बोलने में काफी देर कर दी. मोदी जी जो सलाह मुझे देते थे, उन पर उन्हें खुद अमल करना चाहिए.
मनमोहन सिंह ने कहा कि मुझे इस बात की खुशी है कि आखिर देर से ही सही पीएम मोदी ने बाबा साहेब की जयंती पर अपनी चुप्पी तोड़ते हुए कहा कि देश की बेटियों को इंसाफ मिलेगा और गुनहारों को बक्शा नहीं जाएगा.
पूर्व पीएम से जब ये सवाल पूछा गया कि बीजेपी उनका मजाक बनाते हुए उन्हें ‘मौन मोहन सिंह’ कहती थी तो उन्होंने जवाब दिया कि मुझे पूरी जिंदगी ऐसी टिप्पणियों का सामना करना पड़ा. मनमोहन सिंह ने पीएम मोदी को सलाह देते हुए कहा-
मुझे लगता है कि पीएम मोदी जो सलाह मुझे दिया करते थे, उस पर उन्हें खुद अमल करना चाहिए और उन्हें बोलते रहना चाहिए. मीडिया से मुझे पता चला था कि वह मेरे न बोलने पर आलोचना किया करते थे. उन्हें अब खुद मुझे दी गई सलाह पर अमल करना चाहिए.’
कठुआ और उन्नाव की घटना को लेकर पीएम मोदी की चुप्पी पर कई सवाल उठे थे. पीएम ने 14 अप्रैल को बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर की जयंती पर अपनी चुप्पी तोड़ते हुए दोनों घटनाओं की निंदा की थी. पीएम ने कहा था-
जिस तरह की घटनाएं हमने बीते दिनों में देखीं हैं, वो सामाजिक न्याय की अवधारणा को चुनौती देती हैं. पिछले 2 दिनों से जो घटनाएं चर्चा में है वो निश्चित रूप से किसी भी सभ्य समाज के लिये शर्मनाक हैं. एक समाज के रूप में, एक देश के रूप में हम सब इस के लिए शर्मसार है.
मनमोहन सिंह ने 2012 में हुए निर्भया कांड का जिक्र करते हुए कहा कि उस घटना के बाद हमारी सरकार ने कड़े कानून बनाए थे. कठुआ केस का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि सीएम महबूबा मुफ्ती ने इस मसले को सही तरीके से हैंडल नहीं किया. हो सकता है बीजेपी से गठबंधन की वजह से वो मजबूर रही हों, लेकिन उनको इस मामले को गंभीरता से लेना चाहिए था.
बता दें कि 2014 के चुनाव से पहले अक्सर बीजेपी और खुद पीएम मोदी मनमोहन सिंह की चुप्पी पर सवाल उठाते थे और अब खुद मनमोहन सिंह ने पीएम मोदी की खामोशी पर सवाल उठाए हैं.
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