महाराष्ट्र (Maharashtra) के पूर्व मुख्यमंत्री और शिवसेना नेता मनोहर जोशी (Manohar Joshi) का शुक्रवार, 23 फरवरी को मुबंई (Mumbai) में निधन हो गया. दो दिन पहले बुधवार को दिल का दौरा पड़ने के बाद उन्हें मुंबई के पीडी हिंदुजा अस्पताल में भर्ती कराया गया था जहां उन्होंने आखरी सांसे ली. 86 वर्षीय जोशी का अंतिम संस्कार शुक्रवार को मुंबई के शिवाजी पार्क में किया जाएगा.
एक दिन पहले 22 फरवरी को अस्पताल ने अपने एक बयान में कहा कि, "महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर जोशी को 21 फरवरी 2024 को पीडी हिंदुजा अस्पताल में भर्ती कराया गया है. उन्हें हृदय संबंधी शिकायत थी और वह गंभीर रूप से बीमार हैं. वह वर्तमान में आईसीयू में हैं और गहन निगरानी में, उन्हें उच्च मेडिकल केयर दी जा रही है."
उन्होंने 1995 से 1999 तक महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के रूप में काम किया और अविभाजित शिवसेना के वे पहले पहले नेता थे जो मुख्यमंत्री पद पर पहुंचे. जोशी संसद सदस्य के रूप में भी चुने गए थे और वाजपेयी सरकार में 2002 से 2004 तक वे लोकसभा अध्यक्ष (स्पीकर) भी रहे.
मनोहर जोशी के राजनीतिक सफर पर एक नजर
2 दिसंबर 1937 को महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले के नंदवी में जन्मे जोशी की शिक्षा मुंबई में ही हुई. उनका विवाह अनघा मनोहर जोशी से हुआ था, जिनका 2020 में 75 वर्ष की आयु में निधन हो गया था. जोशी का एक बेटा और दो बेटियां हैं.
मनोहर जोशी राजनीति से पहले एक शिक्षक थे. इसके बाद 1967 में उन्होंने राजनीति में एंट्री ली. वह 40 सालों से अधिक समय तक शिवसेना से जुड़े रहे.
जोशी 1968-70 के दौरान मुंबई में नगर निगम पार्षद रहे.
1970 में स्थायी समिति (नगर निगम) के अध्यक्ष थे.
वह 1976-77 के दौरान मुंबई के मेयर भी रहे.
1972 में महाराष्ट्र विधान परिषद के लिए चुने गए.
विधान परिषद में तीन कार्यकाल पूरा करने के बाद, जोशी 1990 में महाराष्ट्र विधान सभा के लिए चुने गए थे.
उन्होंने 1990-91 के दौरान महाराष्ट्र विधानसभा में विपक्ष के नेता के रूप में भी काम किया.
1999 के आम चुनावों में, उन्होंने शिवसेना के टिकट पर मुंबई उत्तर-मध्य लोकसभा क्षेत्र से जीत हासिल की थी.
1999 में वाजपेयी सरकार में उन्हें कैबिनेट में भी शामिल किया गया था और उनके पास भारी उद्योग (हेवी इंडस्ट्री) और पब्लिक एंटरप्राइस का मंत्रालय था.
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