मंगलवार को एक बड़ा विमान हादसा होते-होते टल गया. विमानन कंपनी इंडिगो के दो हवाई जहाज मंगलवार को बेंगलुरु के ऊपर उड़ान के दौरान बीच हवा में आपस में टकराने से बाल-बाल बचे थे. दोनों विमान में करीब 330 यात्री सवार थे.
इंडिगो के एक प्रवक्ता ने घटना की पुष्टि की है. इस घटना की वजह जानने के लिए अधिकारियों ने जांच बिठाई है.
एक-दूसरे से सिर्फ 200 फीट दूर थे विमान
घटना में शामिल एक विमान कोयंबटूर-हैदराबाद (6E779) और दूसरा विमान बेंगलुरु-कोचिन (6E6505) हवाई मार्ग पर जा रहे थे. हैदराबाद जाने वाले विमान में 162 यात्री जबकि दूसरे विमान में 166 यात्री सवार थे. जानकारी के मुताबिक, ऊंचाई में अंतर के लिहाज से दोनों विमानों में महज 200 फीट की दूरी रह गई थी, जब यह हवा में एक-दूसरे के सामने आ गए थे.
दोनों विमान के बीच की दूरी इतनी कम थी कि अगर वो आपस में टकरा जाते, तो दोनों विमान में बैठे सभी यात्रियों की जान जा सकती थी. गनीमत ये रही कि पायलट की सूझबूझ और सही समय पर सतर्कता बरतने के चलते बड़ा हादसा टल गया.
जब हादसा टलने से बचा, तब फ्लाइट 6E779 आसमान में 27,300 फुट की ऊंचाई पर थी, जबकि फ्लाइट 6E6505 आसमान में 27,500 फुट की ऊंचाई पर थी.
टीसीएएस अलार्म ने टाला हादसा
दोनों विमान टकराने से महज कुछ ही सेकेंड की दूरी पर थे. खबरों के मुताबिक, 'ट्रैफिक कोलिजन एवॉयडेंस सिस्टम (टीसीएएस) अलार्म के बजने के बाद इस हादसे को टाला जा सका. सूत्रों ने बताया कि विमान दुर्घटना जांच बोर्ड (एएआईबी) ने 10 जुलाई को घटी इस घटना की जांच शुरू कर दी है.
(इनपुट भाषा से)
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