गुजरात (Gujarat) के मोरबी (Morbi) में मच्छू नदी पर बने सस्पेंशन ब्रिज पर बड़ा हादसा हुआ है. केबल ब्रिज के अचानक टूट जाने से करीब 134 लोगों की मौत हो गई है. हादसे के बाद अब सस्पेंशन ब्रिज को लेकर एक बड़ी बात अब सामने आ रही है.
झूलता पुल के नाम से जाना जाने वाला ये पुल पिछले 7 महीने पहले मरम्मत के लिए बंद किया गया था. लेकिन मोरबी नगरपालिका से बिना फिटनेस प्रमाण पत्र के ही इसे 26 अक्टूबर (गुजराती नव वर्ष दिवस) पर फिर से पर्यटकों और लोगों के लिए खोल दिया गया था.
घड़ी, लाइट और ई-बाइक बनाने वाली कंपनी को मरम्मत का ठेका
इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, इस साल मार्च में, मोरबी स्थित ओरेवा ग्रुप (अजंता मैन्युफैक्चरिंग प्राइवेट लिमिटेड), जो घड़ी से लेकर ई-बाइक भी बनाती है, को नगर पालिका द्वारा पुल के रखरखाव और प्रबंधन का ठेका दिया गया था.
मोरबी नगर पालिका के मुख्य अधिकारी संदीप सिंह जाला के मुताबिक,
"पुल मोरबी नगरपालिका की एक संपत्ति है, लेकिन हमने इसे कुछ महीने पहले 15 साल की अवधि के लिए रखरखाव और संचालन के लिए ओरेवा समूह को सौंप दिया था. हालांकि निजी फर्म ने हमें सूचित किए बिना पुल को पर्यटकों के लिए खोल दिया और इसलिए, हम पुल का सेफ्टी ऑडिट नहीं करवा सके."
संदीप जाला ने ये भी बताया है कि ओरेवा को इससे पहले भी 15 साल के लिए पुल के रखरखाव का काम दिया गया था, जिसकी अवधि 2020 में खत्म हो गई थी. इसके बाद फिर 15 साल के लिए टेंडर निकाला गया था और वो टेंडर दोबारा भी ओवेरा को ही मिला था.
मोरबी नगर पालिका के मुख्य अधिकारी संदीप सिंह जाला ने बताया, “रेनोवेशन वर्क पूरा होने के बाद इसे जनता के लिए खोल दिया गया था. लेकिन स्थानीय नगरपालिका ने अभी तक कोई फिटनेस प्रमाणपत्र (नवीनीकरण कार्य के बाद) जारी नहीं किया था.”
ओरेवा ग्रुप के एक प्रवक्ता ने इंडियन एक्सप्रेस से कहा, “हम अधिक जानकारी की प्रतीक्षा कर रहे हैं. प्रथम दृष्टया से पता चल रहा है कि पुल इस वजह से ढह गया क्योंकि पुल के बीच हिस्से में बहुत से लोग थे जो इसे एक तरफ से दूसरी तरफ हिलाने की कोशिश कर रहे थे.”
क्या बनाती है ओरेवा ग्रुप?
ओरेवा ग्रुप की वेबसाइट के मुताबिक ओरेवा की शुरुआत घड़ी बनाने से शुरू हुई थी, जिसे अजंता घड़ी के नाम से जाना जाता है. कंपनी का दावा है कि वो "दुनिया की सबसे बड़ी घड़ी बनाने वाली कंपनियों" में से एक है. वहीं इसके अलावा ई-बाइक (बैटरी संचालित बाइक), लाइटिंग प्रोडक्ट, घरेलू उपकरण, इलेक्ट्रॉनिक प्रोडक्ट जैसे टेलीफोन, कैलकुलेटर, एलईडी टीवी बनाती है.
हालांकि जब हमने कंपनी की वेबसाइट पर पुल बनाने या कंसट्रक्शन से जुड़े कामकाज के बारे में ढूंढ़ा तो ऐसी कोई जानकारी हमें नहीं मिली. वेबसाइट पर लाइटिंग, घड़ी, कैलकुलेटर, ई-बाइक, होम अप्लाइंसेस बनाने से जुड़ी बातें तो लिखी हुई थी, लेकिन पुल बनाने जैसी बात नहीं दिखी.
ऐसे में अब सवाल उठ रहा है कि कंपनी के पास क्या ब्रिज के संचालन का अनुभव था?
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