उत्तरप्रदेश में 2019 आम चुनाव के लिए समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी के बीच हुए गठबंधन से मुलायम सिंह यादव खुश नहीं हैं. मुलायम समाजवादी पार्टी के संरक्षक पद पर हैं लेकिन उन्होंने आरोप लगाया है कि उन्हें कोई भी जिम्मेदारी नहीं दी गई है. मुलायम के मुताबिक एसपी बहुत ज्यादा मजबूत थी और प्रदेश में सभी 80 सीटों पर अकेले लड़ने का माद्दा रखती थी लेकिन पार्टी के अंदर के लोगों ने ही उसे कमजोर कर दिया.
लखनऊ में पार्टी ऑफिस में कार्यकर्ताओं से बातचीत करते हुए मुलायम सिंह यादव ने एक के बाद एक बड़े बयान दे दिए. मुलायम के मुताबिक अखिलेश यादव ने किस आधार पर राज्य की आधी सीटें बीएसपी को दे दीं.
पार्टी को खत्म कौन कर रहा है? अपनी ही पार्टी के लोग. इतनी मजबूत पार्टी बनी थी. अकेले तीन बार सरकार बनाई, तीनों बार हम मुख्यमंत्री रहे, रक्षामंत्री भी रहे. मजबूत पार्टी थी. हम राजनीति नहीं कर रहे लेकिन हम सही बात रख रहे हैं.मुलायम सिंह यादव का बयान
मुलायम का कहना है कि एसपी अध्यक्ष अखिलेश यादव सीटों पर प्रत्याशियों की घोषणा करने में देरी कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि बीजेपी इस बार बेहतर स्थिति में है और अखिलेश को टिकट बंटवारे में अगर दिक्कत हो रही है तो वो उनकी मदद करने को तैयार हैं.
ये पहली बार है जब मुलायम सिंह यादव ने एसपी-बीएसपी गठबंधन पर अपनी सार्वजनिक प्रतिक्रिया दी है. मुलायम के मुताबिक किस आधार पर अखिलेश यादव ने खुद से कमजोर बहुजन समाज पार्टी को यूपी की आधी सीटें दे दीं. इस वक्त सूबे में एसपी के पास 7 सीटें हैं तो वहीं बीएसपी के पास एक भी सीट नहीं है.जनवरी 2019 में एसपी-बीएसपी के बीच हुए गठबंधन में दोनों पार्टियों ने आपस में बराबर सीटें बांट ली थीं.
“मेरी कामना है की मोदी जी फिर बनें पीएम”
ये पहली बार नहीं है जब मुलायम सिंह यादव ने अपनी पार्टी एसपी और बेटे अखिलेश के खिलाफ बयान दिया हो. जब अखिलेश सिंह यादव पूरे सूबे में पीएम नरेंद्र मोदी के खिलाफ प्रचार कर रहे थे तो संसद में इस सरकार के आखिरी सत्र के आखिरी दिन लोकसभा में उन्होंने संबोधन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दोबारा प्रधानमंत्री बनने की कामना की. मुलायम ने कहा, "प्रधानमंत्री जी, मेरी कामना है कि आप फिर से प्रधानमंत्री बनें. मेरा अनुभव है कि मैं जब भी आप से मिला, आपने तुरंत मेरा काम किया."
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