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TRP बढ़ाने के लिए अर्णब ने पूर्व-BARC CEO को दिए लाखों रुपये: पुलिस

दो रिपब्लिक न्यूज चैनल की टेलीविजन रेटिंग पॉइंट्स (TRP) बढ़ाने के लिए लाखों रुपये दिए

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मुंबई पुलिस ने TRP स्कैम मामले में एक कोर्ट में 28 दिसंबर को रेटिंग एजेंसी BARC के पूर्व सीईओ पार्थो दासगुप्ता की रिमांड रिपोर्ट दाखिल की. इस रिपोर्ट में पुलिस ने बताया कि रिपब्लिक टीवी के एडिटर-इन-चीफ अर्णब गोस्वामी ने कथित तौर पर दासगुप्ता को दो रिपब्लिक न्यूज चैनल की टेलीविजन रेटिंग पॉइंट्स (TRP) 'बढ़ाने के लिए लाखों रुपये दिए थे.'

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इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, पुलिस ने मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट की कोर्ट को बताया, “जब दासगुप्ता ब्रॉडकास्ट ऑडियंस रिसर्च काउंसिल (BARC) के सीईओ थे तो अर्णब गोस्वामी और मामले के अन्य आरोपियों ने रिपब्लिक भारत हिंदी न्यूज चैनल और रिपब्लिक टीवी अंग्रेजी न्यूज चैनल की TRP को अवैध तरीके से बढ़ाने की साजिश की. जांच में सामने आया है कि इसके लिए गोस्वामी ने कई मौकों पर दासगुप्ता को लाखों रुपये दिए.” 

गोस्वामी कथित तौर पर दासगुप्ता से अपने चैनलों की रेटिंग पर बातचीत करने के लिए कई बार मिले.

असिस्टेंट पुलिस इंस्पेक्टर सचिन वाजे ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि गोस्वामी ने 'कैश में लाखों का भुगतान किया है और एक बार अमेरिकी डॉलर में भी.'

दासगुप्ता ने इस पैसे का इस्तेमाल कथित रूप से ज्वेलरी और दूसरे कई महंगे सामान खरीदने में किया. इस महीने की शुरुआत में उनके घर पर हुई छापेमारी के दौरान ये सभी सामान जब्त किए गए थे.

मुंबई पुलिस की क्राइम ब्रांच ने दासगुप्ता की आगे भी कस्टडी की मांग की थी. क्राइम ब्रांच ने दावा किया कि दासगुप्ता TRP स्कैम के 'मास्टरमाइंड' थे.

मजिस्ट्रेट कोर्ट ने पार्थो दासगुप्ता की पुलिस कस्टडी 30 दिसंबर तक बढ़ा दी है. दिलचस्प बात ये है कि गोस्वामी और दासगुप्ता टाइम्स नाउ में साथ काम कर चुके हैं. ये पहली बार है जब पुलिस ने TRP मामले में गोस्वामी की कथित भूमिका के बारे में बताया है.

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