लेबर राइट्स एक्टिविस्ट नवदीप कौर के मेडिकल परीक्षण में उनके शरीर पर चोटों की पुष्टि हो चुकी है. नवदीप ने पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट में लगाई अर्जी में आरोप लगाया था कि पुलिस ने कस्टडी में उनके साथ मारपीट की है.
45 दिन बाद जेल से रिहा होने बाद नवदीप ने कहा कि महिलाओं, किसानों और मजदूरों के लिए उनका संघर्ष आगे भी जारी रहेगा. नवदीप ने सिंघु बॉर्डर पर भी प्रदर्शनकारी किसानों के समर्थन में लौटने की भी बात कही है.
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक मेडिकल परीक्षण की कोर्ट के सामने पेश की गई कॉपी में बताया गया है कि नवदीप की जांघों और कूल्हों पर चोट के निशान हैं.
सोनीपत की लेडी मेडिकल ऑफिसर, सिविल हॉस्पिटल, डॉ इब्का फरुख द्वारा बनाई गई रिपोर्ट के मुताबिक, नवदीप की बाईं जांघ पर 10x7 की जगह में और दाहिने कूल्हे के ऊपर 5x6 की जगह में नीले-बैंगनी रंग के निशान हैं.
बता दें बेल मिलने के बाद 25 फरवरी को नवदीप का परीक्षण हुआ था, जिसमें उन्होंने बताया था कि 12 जनवरी को उनके साथ सिंघु बॉर्डर पर पुलिस कस्टडी में मारपीट की गई थी.
इसके बाद हाईकोर्ट ने पुलिस से नवदीप की मेडिकल रिपोर्ट पेश करने को कहा था. जिसके आधार पर पुलिस कस्टडी में उनके साथ हुए ज्यादतियों की जांच की जाएगी.
नवदीप कौर कुंडली स्थित मजदूर अधिकार संगठन की सदस्य हैं. उन्हें 12 जनवरी को सोनीपत पुलिस ने हिरासत में ले लिया था.इसके बाद 12 जनवरी को ही नवदीप के खिलाफ दो FIR दर्ज की गई थीं. इनमें कुंडली पुलिस थाने के एसएचओ ने उनपर हत्या के प्रयास की धारा लगाई थी.
मामला नवदीप और उनके कुछ साथियों द्वारा एक फैक्ट्री के बाहर मजदूरों को भुगतान ना किए जाने के विरोध में किए गए एक प्रदर्शन से जुड़ा था.
तबसे ही जेल में बंद नवदीप को 45 दिन बाद बेल मिली है. उनकी गिरफ्तारी का अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी विरोध हुआ था.
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