जम्मू-कश्मीर में आतंकियों से निपटने के सख्त इंतजाम में सरकार जुटी हुई है. ‘ ब्लैक कैट ' नाम से मशहूर नेशनल सिक्योरिटी गार्ड्स(एनएसजी) को आतंकवाद रोधी अभियानों के लिए राज्य में जल्द ही तैनात किया जा सकता है. अधिकारियों ने कहा कि एनएसजी की एक टीम काफी समय से कश्मीर घाटी में मौजूद है और वो शहर के बाहरी क्षेत्र में कड़ा प्रशिक्षण ले रही है.
अमरनाथ यात्रा को ध्यान में रखते हुए भी ये तैनाती की जा सकगती है. गुरुवार को वरिष्ठ सुरक्षा अधिकारियों ने कश्मीर में अमरनाथ यात्रा के इंतजामों की समीक्षा की. अधिकारियों ने रास्तों का भी निरीक्षण किया और अहम जगहों पर सुरक्षा प्रबंधों का जायजा लिया.
गृह मंत्रालय ने लिया है फैसला
जम्मू कश्मीर में आतंकवाद रोधी अभियान में एनएसजी की तैनाती के लिए हाल ही में गृह मंत्रालय ने फैसला लिया था. ट्रेनिंग सेशन खत्म होने के बाद ब्लैक कैट कमांडो की तैनाती की जाएगी. अधिकारियों ने कहा कि टीमों की बागडोर आतंकवाद रोधी अभियानों की नोडल एजेंसी जम्मू कश्मीर पुलिस के हाथ में होगी. कश्मीर में एनएसजी कमांडो की तैनाती का कदम ऐसे समय उठाया गया है जब मुठभेड़ की घटनाओं में बढ़ोतरी हुई है और सुरक्षाबलों के कई जवान शहीद हुए हैं.
पिछले करीब 3.5 साल में 954 मौत
साउथ एशिया टेररिज्म पोर्टल के आंकड़ों के मुताबिक, मार्च 2015 से लेकर 17 जून, 2018 तक आतंकवाद से राज्य में कुल 954 मौतें हुईं. इसमें 249 सुरक्षाबल के जवान और 129 आम लोग थे. हाल ही में बीजेपी-पीडीपी गठबंधन टूट गया था इस सरकार के तीन साल में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच 53 फीसदी ज्यादा एनकाउंटर हुए थे.
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