पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा है कि पाकिस्तानी वायुसेना के लड़ाकू विमान भारतीय क्षेत्र में सिर्फ भारत को सबक सिखाने के लिए दाखिल हुए थे. खान ने कहा कि वह बताना चाहते थे कि अगर भारत उनके मुल्क में दाखिल हो सकता है, तो पाकिस्तान भी भारत में दाखिल हो सकता है.
इमरान खान ने कहा कि पाकिस्तानी वायुसेना की इस कार्रवाई के लिए पूरी प्लानिंग की गई थी और इस बात का ख्याल रखा गया था कि भारत का किसी भी तरह का बड़ा नुकसान न हो.
भारत को बातचीत से करना चाहिए मसलों का हलः इमरान खान
इमरान खान ने कहा कि जो हालात बन रहे हैं, उसे लेकर ये सोचना चाहिए कि यहां से हम कहां जाएंगे. खान ने कहा कि दुनिया में जितनी भी बड़ी-बड़ी जंगें हुईं हैं, सभी जंगों में बड़ा नुकसान हुआ है. उन्होंने कहा कि भारत को मसला सुलझाने के लिए बातचीत करनी चाहिए.
पाकिस्तानी पीएम इमरान खान ने कहा-
मेरा सवाल हिंदुस्तान की हुकूमत से ये है कि क्या जो हथियार आपके पास हैं और हमारे पास हैं. क्या हम मिसकैलुकेशन अफोर्ड कर सकते हैं. क्या हमें इस वक्त सोचना नहीं चाहिए, कि अगर ये आगे बढ़ता है तो ये किधर जाएगा...न मेरे कंट्रोल में होगा, न नरेंद्र मोदी के कंट्रोल में होगा. इसलिए मैं फिर से आपको (भारत) दावत देता हूं, जब हम (पाकिस्तान) तैयार बैठे हैं, हमने आपको कहा कि पुलवामा में जो घटना हुई, उसे लेकर अगर आप दहशतगर्दी के ऊपर किसी तरह की बातचीत करना चाहते हैं, तो हम तैयार हैं. हमें बैठकर बातचीत से मसले हल करने चाहिए.
भारत को सबक सिखाना था मकसदः इमरान खान
इमरान खान ने कहा, ‘कल (मंगलवार) जब उन्होंने (भारत) एक्शन लिया, उसके बाद हमारी पाक आर्मी और पाक एयरचीफ के साथ बात हुई. हमने कल सुबह इसलिए एक्शन नहीं लिया, क्योंकि हमें पूरी तरह पता नहीं था कि पाकिस्तान में किस तरह का डैमेज हुआ था...और जब तक हमें पता न चलता तो ये भी पाकिस्तान के लिए बड़ा गैरजिम्मेदाराना होता कि हम एक्शन ले लेते और हिंदुस्तान का नुकसान कर देते, जबकि हमारा कोई नुकसान नहीं हुआ था. लिहाजा, हमने इंतजार किया और आज (बुधवार) एक्शन लिया. हमने पहले से प्लान किया था कि कोई कैजुएल्टी न हो, सिर्फ हम हिंदुस्तान को ये बताएं कि हमारे अंदर भी क्षमताएं है...हम बता सकें कि अगर आप हमारे मुल्क में आ सकते हैं तो हम भी आपके मुल्क में जाकर कार्रवाई कर सकते हैं.’
हम समझते हैं आतंकी घटनाओं में अपनों को खोने की तकलीफः इमरान खान
इमरान खान ने कहा, ‘हमने पुलवामा के बाद हिंदुस्तान को कहा था कि वह किसी भी तरह की जांच चाहते हों, उसके लिए हम तैयार हैं. पुलवामा में उनकी कैजुएल्टी हुई. मुझे पता है कि उनके लोगों को कितनी तकलीफ पहुंची होगी, क्योंकि यहां दस-दस साल से 70 हजार के करीब कैजुएल्टी हुई हैं...मैं दस सालों में कई अस्पतालों में गया हूं, वहां मैंने बम विस्फोट के पीड़ितों को देखा है, जिनके बाजू नहीं हैं, टांगे नहीं हैं, आंखें नहीं हैं. इसलिए मुझे पता है कि जो लोग दुनिया से चले गए या जो घायल हुए हैं. उनके परिवार वालों पर क्या गुजरती है.’
भारत को दिया था जांच में पूरी मदद का ऑफरः इमरान
पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा कि उन्होंने पुलवामा हमले के बाद भारत को किसी भी तरह की जांच में पूरी मदद का ऑफर दिया था. उन्होंने कहा, ‘हमने हिंदुस्तान को सीधा-सीधा ऑफर किया कि किसी भी तरह की अगर आप जांच चाहते हैं और उसमें पाकिस्तान मदद कर सकता है तो हम इसके लिए तैयार हैं. हमने ये इसलिए कहा कि ये पाकिस्तान के हित में नहीं है कि हमारी जमीन का इस्तेमाल आतंक के लिए किया जाए. दुनिया में कहीं भी दहशतगर्दी हो, वो ठीक नहीं है. इसलिए इसमें कोई मसला ही नहीं था. हम पूरी तरह साथ देने के लिए तैयार थे. लेकिन मुझे संदेह था कि हिंदुस्तान कोई एक्शन लेना चाहिए था. इसीलिए मैंने कहा था कि अगर आप एक्शन लेंगे तो जवाब देना हमारी मजबूरी होगी. क्योंकि कोई भी मुल्क किसी भी मुल्क को ये इजाजत नहीं देता कि उसके मुल्क पर कार्रवाई करे और खुद ही फैसला कर ले कि उसने जुर्म किया है. मुझे संदेह इसलिए था कि हिंदुस्तान में इलेक्शन हैं और मुझे लग रहा था कि उसकी वजह से कोई एक्शन लिया जाएगा. लिहाजा, मैंने हिंदुस्तान को कहा कि हमें जवाबी कार्रवाई करनी पड़ेगी.’
दोनों मुल्कों को बैठकर बातचीत करनी चाहिएः इमरान
इमरान खान ने कहा कि भारतीय वायुसेना के दो मिग विमानों को पाकिस्तानी वायुसेना ने निशाना बनाया है. उन्होंने ये भी स्वीकार किया कि भारतीय वायुसेना के पायलट पाकिस्तान के पास हैं.
इमरान खान ने कहा कि युद्ध से किसी का भी भला नहीं है. उन्होंने कहा कि वह अभी भी भारत को बातचीत का न्योता दे रहे हैं. दोनों मुल्कों को बातचीत से हल निकालना चाहिए.
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