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BJP की पंकजा मुंडे ने कहा - 10 दिन में तय करूंगी आगे क्या करना है

पंकजा मुंडे ने अपने समर्थकों के नाम लिखा फेसबुक पोस्ट

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दिवंगत बीजेपी नेता गोपीनाथ मुंडे की बेटी और फडणवीस सरकार में पूर्व मंत्री पंकजा मुंडे 12 दिसंबर को अपने समर्थकों से मिलकर कोई बड़ा ऐलान कर सकती हैं. विधानसभा चुनावों में हारने के बाद पहली बार पार्टी नेता पंकजा मुंडे ने अपने समर्थकों की बैठक बुलाई है. पंकजा ने अपने फेसबुक पोस्ट में लिखा कि 12 दिसंबर को गोपीनाथ मुंडे की पुण्यतिथि पर सभी समर्थकों से निवेदन है कि वे बैठक में शामिल हों. उन्होंने कहा कि बदलते सियासी माहौल में अपनी ताकत पहचानने की जरूरत है, 8-10 दिन के भीतर ही बड़ा फैसला लूंगी.

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नमस्कार मी पंकजा गोपीनाथ मुंडे... निवडणुका झाल्या निवडणुकीचे निकाल ही लागले. निकालानंतर राजकीय घडामोडी, कोअर कमिटीच्या...

Posted by Pankaja Gopinath Munde on Saturday, November 30, 2019

फेसबुक पोस्ट में लिखी ये बातें

पंकजा मुंडे ने रविवार को अपनी फेसबुक पेज पर मराठी में एक पोस्ट लिखा. उन्होंने लिखा - चुनाव नतीजों के बाद राजनीतिक घटनाक्रम तेज हो गए, कोर कमेटी की बैठक, पार्टी की बैठक, आपने यह सब देखा. चुनाव में मिली हार के बाद मैंने मीडिया के सामने जाकर अपनी हार स्वीकारी और विनती की, कि हार की जिम्मेदारी सिर्फ और सिर्फ मेरी है. चुनाव में मिली हार के बाद दूसरे दिन ही पार्टी की कोर कमेटी की बैठक में मैं मौजूद थी. पहले देश, फिर पार्टी और अंत में खुद - यह संस्कार बचपन से मुझ में है. जनता के प्रति कर्तव्य से बड़ा और दूसरा कोई कर्त्तव्य नहीं है. यह बचपन से ही गोपीनाथ मुंडे साहब ने सिखाया है. इसी की वजह से उनकी मौत के तीसरे ही दिन मैं काम में लग गई .
पंकजा मुंडे ने आगे लिखा कि 5 साल तक सत्ता में रहते हुए आप सब की सेवा की. यह सेवा का मौका सिर्फ और सिर्फ आपके विश्वास की वजह से मुझे मिला और हार के बाद भी व्यथित लोगों ने मुझे मैसेज किए, फोन किए और मिलने की इच्छा जताई. लोगों ने कहा- बहन आप से मिलना है, मिलने का समय दें बहन. आप सब ने मेरे लिए कितनी संवेदना व्यक्ति की.

'अगली यात्रा के बारे में फैसला लेने की जरूरत'

पंकजा ने अपने पोस्ट में आगे लिखा - मैं आप सब की बहुत आभारी हूं. मुझे इसका पूरा विश्वास है कि आप सब का प्रेम मुझ पर है और यही मेरा कवच कुंडल है. मुंडे साहब एक पल में मुझे राजनीति में लेकर आए थे और एक ही पल में मुंडे साहब हमें छोड़ कर चले गए. पहली बार मुंडे साहब का आदेश मानकर मैं राजनीति में आई थी उसके बाद जनता के प्रति जिम्मेदारी के वजह से मैं राजनीति में रही. आज राजनीति में बदलाव, जिम्मेदारी में बदलाव, इन सभी बदलते संदर्भों को देखते हुए, हम सभी को अपनी अगली यात्रा के बारे में फैसला लेने की जरूरत है.

पंकजा ने लिखा - आप सभी मेरा वक्त चाहते हैं. मैं आपको वक्त देने के लिए तैयार हूं. 8 से 10 दिन बाद, इन 8 से 10 दिनों में मुझे खुद से बात करने के लिए मुझे समय चाहिए. आगे क्या करना है? किस रास्ते जाना है? हम अपने लोगों को क्या दे सकते हैं? आपकी ताकत क्या है? लोग क्या उम्मीद करते हैं? मैं इन सब बातों पर विचार करके 12 दिसंबर को आपके सामने आउंगी.

बीजेपी नेता पंकजा मुंडे ने अपनी पोस्ट की अंतिम पंक्तियों में लिखा - 12 दिसंबर, लोक नेता गोपीनाथ मुंडे साहब का जन्मदिन. उस दिन मैं आपसे मन से बात करूंगी. जैसे आप मुझसे बात करना चाहते हैं, मुझे अपने सामने देखना चाहते हैं, वैसे ही मुझे भी लगता है कि मैं आपसे बात करूं. मैं महाराष्ट्र की जनता के बारे में बोल रही हूं. आप से संवाद करने की उत्सुकता मेरे मन में है, नहीं तो मैं किस से बात करूंगी? आपके सिवा कौन है मेरा?

12 दिसंबर को गोपीनाथगढ़ में आपसे मुलाकात होगी. क्या आप सब आएंगे?

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