हिंडनबर्ग (Hindenburg) और अडानी समूह (Adani Group) की जांच के मसले पर विरोधी दलों के तेवरों को देखते हुए सोमवार को भी संसद के दोनों सदनों में हंगामे के आसार ही नजर आ रहे हैं। सरकार सदन में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा कराना चाहती है, लेकिन दोनों सदनों की कार्यवाही शुरू होने से पहले कांग्रेस, डीएमके, सपा, जेडीयू, बीआरएस, एनसीपी, आरजेडी, सीपीआई और सीपीएम सहित कई अन्य विपक्षी दलों ने बैठक कर दोनों सदनों में सरकार को घेरने की रणनीति तैयार कर ली है।
बताया जा रहा है कि विपक्ष लोक सभा और राज्य सभा, दोनों ही सदनों में अदाणी मसले पर स्थगन प्रस्ताव की मांग करेगा। विपक्षी दल मिलकर सदन के अंदर पहले अदाणी मसले पर चर्चा की मांग करेगा।
आपको बता दें कि शुक्रवार को भी अदाणी के मसले पर हुए हंगामे के कारण दोनों सदनों में कोई कामकाज नहीं हो पाया था।
हालांकि विपक्षी दलों की मांग के बीच सरकार की तरफ से पहले ही यह साफ कहा जा चुका है कि सरकार का इससे कोई लेना देना नहीं है। विपक्ष बिना किसी मतलब के इसपर हंगामा कर रहा है क्योंकि वह सदन में चर्चा करना ही नहीं चाहता है। सरकार की तरफ से यह भी तर्क दिया जा रहा है कि एसबीआई और एलआईसी पूरी तरह सुरक्षित है।
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