CAA हिंदुस्तान के खिलाफ :कन्हैया
नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA) के विरोध में गुरुवार को वामदलों के आह्वान पर बिहार बंद के समर्थन में CPI नेता कन्हैया कुमार ने विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लिया.
इस दौरान उन्होंने बंद समर्थकों में जोश भरा और इस कानून को संविधान की मूल भावना के खिलाफ बताया.
जेएनयू छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया ने कहा, "यह कानून हिंदू और मुसलमान के खिलाफ नहीं, बल्कि यह हिंदुस्तान के खिलाफ है. इस कानून की वजह से बिहार प्रभावित होगा. CAA और NRC देश को बांटने के लिए है."
बेड़ियां पहनकर सड़क पर उतरे पप्पू यादव
नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के विरोध में गुरुवार को वामदलों के आह्वान पर बिहार बंद के समर्थन में पप्पू यादव बेड़ियां और हाथ में हथकड़ियां पहनकर पटना के डाक बंगला चौराहा पहुंचे और उन्होंने इससे आजादी की मांग की.
पप्पू यादव ने एक ट्वीट करते हुए लिखा, 'पूरा बिहार सड़कों पर, एनआरसी-नागरिकता संशोधन एक्ट के खिलाफ बिहार बंद है. सुन लें नीतीश-मोदी-शाह आपका बैंड बजाने को जनता तैयार है. आपका हिन्दू-मुस्लिम का एजेंडा होने वाला है बेकार. अंग्रेजों से फूट डालो,शासन करो का जो गुरु मंत्र लिया है न,उसे हर हिन्दुस्तानी एकजुट हो खारिज कर देगा.'
CAB के खिलाफ प्रदर्शन में 248 लोग हिरासत में लिए गए
नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA) के विरोध में गुरुवार को वामदलों के आह्वान पर बिहार में भरी प्रदर्शन देखने को मिला।इस दौरान सड़क और रेल यातायात बाधित करने वाले 248 लोगों को हिरासत में लिया गया है.
प्रदेश के 38 जिलों में से 30 जिलों से अब तक मिली जानकारी के अनुसार प्रोटेस्ट के दौरान किसी के मारे जाने की सूचना नहीं है. लेकिन यातायात बाधित करने के लिए अब तक 248 प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया गया हैजितेंद्र कुमार, एडिशनल DGP
बिहार की राजधानी पटना में वामपंथी छात्र संगठनों AISF और AISA के कुछ कार्यकर्ता रेल की पटरी पर धरना देने लगे जिससे लम्बे समय तक ट्रेन की आवाजाही बाधित रही
NRC पर नीतीश ने तोड़ी चुप्पी, बोले-डरने की जरूरत नहीं
नागरिकता संशोधन कानून (CAA) पर देश भर में हो रहे आंदोलन पर आखिरकार नीतीश ने अपनी चुप्पी तोड़ी. गया के गांधी मैदान में जल जीवन हरियाली कैंपेन के दौरान नीतीश ने कहा "जब तक हमलोग हैं, किसी को डरने की जरूरत नहीं है , कुछ लोग भ्रम फैला रहे है." NRC के मुद्दे पर नीतीश कुमार ने केंद्र सरकार को समर्थन दिया था, जिसका उन्हीं के पार्टी के प्रशांत किशोर ने खुलकर विरोध किया था.
बता दें, जल जीवन हरियाली कैंपेन के तहत गया के गांधी मैदान में एक जनसभा का आयोजन किया गया था, जिसका मुख्य लक्ष्य था लोगों में पर्यावरण को लेकर जागरूकता फैलाना.
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