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कांवड़ यात्रा पर रोक के बावजूद भी लोग आए तो होगी सख्त कार्रवाई- उत्तराखंड DGP

उत्तराखंड सरकार ने कांवड़ यात्रा पर लगाई है रोक

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उत्तराखंड सरकार ने कांवड़ यात्रा (Kanwar Yatra) पर इस साल रोक लगा दी है. वहीं यूपी सरकार और केंद्र सरकार को कोरोनाकाल में कांवड़ यात्रा की मंजूरी देने पर सुप्रीम कोर्ट ने फटकार लगाई है. उत्तराखंड सरकार के फैसले के बाद राज्य की पुलिस ने भी कांवड़ यात्रा को लेकर तैयारियां शुरू कर दी हैं. पुलिस का कहना है कि जब यात्रा पर रोक लगाई गई है तो इसका पूरी तरह से पालन भी कराया जाएगा.

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रोक के बावजूद लोग आए तो सख्त कार्रवाई- डीजीपी

उत्तराखंड के DGP अशोक कुमार ने कांवड़ यात्रा को लेकर सख्त चेतावनी दी है. उन्होंने कहा है कि, रोक के बावजूद हरिद्वार आने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी. डीजीपी ने कहा,

"राज्य सरकार ने कांवड़ यात्रा को स्थगित करने का फैसला लिया है. हम इस फैसले को लागू करेंगे. हमारी लोगों से अपील हैं कि इस साल कांवड़ लेकर हरिद्वार ना आएं. आने वाले दिनों में हम थाना अधिकारियों के साथ बैठक करेंगे कि अन्य राज्यों से लोग उत्तराखंड ना आएं. अगर लोग फिर भी आते हैं तो हम बहुत कठोर कदम उठाएंगे. सुरक्षा बलों की सख्त तैनाती करेंगे. बॉर्डरों पर कितनी सुरक्षाबलों की तैनाती करनी है इसकी पूरी तैयारी हो गई है. हमने तैनाती के लिए RAF की कुछ कंपनियों की मांग भी की है."

कुछ दिन पहले गंगा किनारे हुक्का पीने वाले कुछ लोगों का वीडियो खूब वायरल हुआ था, जिसे लेकर डीजीपी ने कहा कि, हल में कुछ वीडियो वायरल हुए जिसमें लोग गंगा नदी किनारे हुक्का पी रहे थे और अश्लील गानों में नाच रहे थे. ये सब बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. गंगा किनारे इस तरह की गतिविधियां ना हों, इसके लिए हमने ऑपरेशन मर्यादा शुरू किया है. इसके अंतगर्त कार्रवाई की जाएगी.

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नए सीएम धामी ने दिया था कांवड़ यात्रा पर बयान 

बता दें कि उत्तराखंड को पिछले चार महीने में तीन मुख्यमंत्री मिल चुके हैं. त्रिवेंद्र सिंह रावत को हटाए जाने के बाद तीरथ सिंह रावत ने कुंभ में लापरवाही बरती, जिसका नतीजा देशभर ने देखा. कुंभ में कई साधु संत भी कोरोना की चपेट में आ गए. कोरोना की दूसरी लहर के बीच यहां एक दिन में 30 लाख से ज्यादा लोगों ने स्नान किया था. लेकिन इसके बाद गलती से सबक लेते हुए तीरथ सिंह रावत ने कांवड़ यात्रा पर रोक लगाने का फैसला लिया था. लेकिन बीजेपी ने उन्हें भी बदल दिया और पुष्कर सिंह धामी को कमान सौंप दी. धामी ने भी आते ही वही गलती दोहराने की कोशिश की और कहा कि, भगवान नहीं चाहेंगे कि लोगों की जान जाए. हालांकि आखिरकार पुराने सीएम के ही फैसले को जारी रखते हुए यात्रा पर रोक लगाने पर मंजूरी हुई.

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