मौका बागपत में ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे के उद्घाटन का था लेकिन भाषणों के सिलसिले में निशाना कैराना उपचुनाव पर भी नजर आया. सीएम योगी से लेकर पीएम योगी के भाषणों में गन्ना किसानों की फिक्र झलकी. आपको बता दें, प्रदेश के इस इलाके में गन्ना किसान लंबे वक्त से अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन करते रहे हैं. कैराना लोकसभा सीट, शामली जिले में आती है और शामली, मेरठ जैसे जिलों में चीनी मिलों की मनमानी और गन्ना किसानों का भुगतान न होना बड़े चुनावी मुद्दे बन सकते हैं. बीते कुछ वक्त में ‘गन्ना बनाम जिन्ना’ की एक बहस भी छेड़ दी गई है.
बागपत में पीएम मोदी ने कहा-
- अब हर रोज 27 किलोमीटर हाईवे का निर्माण हो रहा है, जबकि पहले 12 किलोमीटर हाईवे प्रतिदिन बन रहा था.
- तीन साल में 28,000 हाईवे के निर्माण पर तीन लाख करोड़ रुपये खर्च किए गए.
- उत्तर प्रदेश में योगी सरकार में अपराधी आत्मसमर्पण कर रहे हैं और कोई गैरकानूनी काम नहीं करने का वादा कर रहे हैं.
- मेक इन इंडिया के माध्यम से देश में मैन्युफेक्चरिंग को बढ़ावा दिया जा रहा है.
- चार साल पहले सिर्फ दो फैक्ट्रियां ही थीं, जो मोबाइल फोन बनाती थी, मगर आज 120 फैक्ट्री मोबाइल फोन बना रही है. कुछ तो यहां एनसीआर में ही हैं, जिनमें यहां के युवाओं को रोजगार मिला है.
- हमारी सरकार की रफ्तार का अंदाजा आप इसी से लगा सकते हैं कि कांग्रेस सरकार जहां अपने चार साल में सिर्फ 59 पंचायतें ही ऑप्टिकल फाइबर से जोड़ पाई, वहीं हमने एक लाख से अधिक पंचायतों को ऑपटिकल फाइबर से जोड़ दिया है.
- हम महिलाओं के सम्मान और सशक्तिकरण के लिए भी लगातार काम कर रहे हैं.
- स्वच्छ भारत अभियान के तहत बने देश में साढ़े 7 करोड़ शौचालय हो या फिर उज्जवला योजना के तहत दिए गए 4 करोड़ गैस कनेक्शन, इन्होंने महिलाओं के जीवन को आसान बनाने का काम किया है.
- गन्ना किसानों के लिए भी हमारी सरकार लगातार काम कर रही है. पिछले साल ही हमने गन्ने का समर्थन मूल्य लगभग 11% बढ़ाया था. इससे गन्ने के 5 करोड़ किसानों को सीधा लाभ हुआ था.
- गन्ना किसानों को चीनी मिलों से बकाया मिलने में देरी न हो, इससे जुड़ा एक बड़ा फैसला लिया गया है. सरकार ने तय किया है कि प्रति क्विंटल गन्ने पर 5.50 रुपये की आर्थिक मदद चीनी मिलों को दी जाएगी. ये राशि चीनी मिलों को न देकर सीधे गन्ना किसानों के खाते में ट्रांसफर की जाएगी.
“मैं यहां के गन्ना किसानों को आश्वस्त करना चाहता हूं कि सरकार उनकी दिक्कतों के प्रति संवेदनशील है और बहुत कड़ाई के साथ गन्ना किसानों की समस्याओं को दूर करने के लिए प्रतिबद्ध है.”नरेंद्र मोदी, प्रधानमंत्री
अखिलेश ने पीएम मोदी पर किया कटाक्ष
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने पीएम मोदी की रैली और गन्ना किसानों के लिए की गई घोषणा पर कटाक्ष किया है. अखिलेश ने कहा, "बागपत, मेरठ-शामली, मुजफ्फरनगर, बिजनौर के लोग जानते हैं कि कितना किसानों का बकाया है गन्ने का. रोड शो से गन्ने का जो बकाया पैसा है वो मिलना नहीं है. सुप्रीम कोर्ट ने ऑर्डर दिया तब सड़क (ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे) का उद्घाटन हुआ."
पीएम की रैली से पहले गन्ना किसान की मौत
बागपत में पीएम मोदी की रैली से पहले गन्ना किसान की मौत की खबर है. मरने वाला किसान बीते पांच दिन से धरने पर बैठा था.
खुली जीप में पीएम का रोड शो
प्रधानमंत्री मोदी ने दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे के पहले चरण के उद्घाटन के बाद खुली जीप में रोड शो किया. प्रधानमंत्री का ‘रोड शो' निजामुद्दीन ब्रिज से शुरू हुआ. यह दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे का लगभग 9 किलोमीटर का पहला फेज है. इस पर 6 किलोमीटर की यात्रा के बाद प्रधानमंत्री का हेलीकाप्टर से बागपत जाने का कार्यक्रम है जहां वह इस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे को देश को समर्पित करेंगे.
‘‘प्रधानमंत्री दिल्ली मेरठ एक्सप्रेसवे पर 6 किलोमीटर खुली जीप पर रोड शो करेंगे. वहां प्रदर्शनी और 3डी माडल का उद्घघाटन करेंगे और वहां से ईपीई देश को समर्पित करने के लिये बागपत जाएंगे.’’नितिन गडकरी, सड़क परिवहन, राजमार्ग और पोत परिवहन मंत्री
मेरठ एक्सप्रेसवे पर पीएम का रोड शो
मार्च 2019 तक पूरा होगा दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि आज से दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे की शुरुआत हो गई है, हमने इसे बनाने में 30 महीने का लक्ष्य रखा था. लेकिन इसे 18 महीने में के भीतर मार्च 2019 तक पूरा कर लिया जाएगा. 4 घंटे का समय सिर्फ 40 मिनट में पूरा होगा.
ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे की खासियत
- कुल लंबाई- 135 किलोमीटर
- देश का पहला हाईवे है जहां सोलर एनर्जी से सड़क रोशन होगी
- एक्सप्रेस वे पर 8 सोलर प्लांट हैं, जिनकी क्षमता 4 मेगावाट है
- प्रत्येक 500 मीटर पर दोनों तरफ वाटर कंजर्वेशन की सुविधा
- इसमें 36 राष्ट्रीय स्मारकों को प्रदर्शित किया जाएगा
- हाईवे पर हरियाली के साथ 40 झरने
- रिकार्ड 500 दिनों में पूरा किया गया है इसे
- 60 मिनट में पूरा होनेवाला सफर अब 10 मिनट में पूरा होगा
- दिल्ली के प्रदूषण में कमी और जाम से राहत की उम्मीद
- यह एक्सप्रेस-वे गाजियाबाद , फरीदाबाद , गौतम बुद्ध नगर ( ग्रेटर नोएडा ) और पलवल को जोड़ेगा.
सुप्रीम कोर्ट ने सरकार को लगाई थी फटकार
अभी कुछ समय पहले ही सुप्रीम कोर्ट ने निर्देश दिया था कि नवनिर्मित ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे का उद्घाटन हर हाल में 31 मई से पहले हो जाना चाहिए. सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि पीएम को समय हो या न हो, 31 मई तक एक्सप्रेस-वे को लोगों के लिए खोल दिया जाए.
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