ADVERTISEMENTREMOVE AD

PMC बैंक घोटाले ने ली पांचवी जान, परिवार के जमा हैं 2.5 करोड़

पीएमसी खाताधारकों ने मुंबई के आजाद मैदान में मंगलवार को प्रदर्शन किया

Published
story-hero-img
i
छोटा
मध्यम
बड़ा

पंजाब और महाराष्ट्र कोऑपरेटिव बैंक घोटाले के मामले में एक और जान चली गई. सोमवार 21 अक्टूबर को मुंबई में 73 साल की भारती सदरंगणी की हार्ट अटैक के कारण मौत हो गई. पीएमसी बैंक मामले में ये अभी तक पांचवी मौत है. इस बीच मंगलवार 22 अक्टूबर को भारतीय रिजर्व बैंक ने पीएमसी खाताधारकों को भरोसा दिलाया कि उनका पैसा सुरक्षित है.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

पीएमसी बैंक में गड़बड़ी के शिकायतों के बाद रिजर्व बैंक ने सितंबर के अंत में बैंक से पैसे निकालने पर लिमिट लगा दी थी, जिसके कारण बैंक के ग्राहकों को भारी परेशानी से जूझना पड़ा था. इसके बाद से अब तक बैंक में खाता रखने वाले 4 लोगों की मौत हो गई थी. इनमें से 3 की मौत हार्ट अटैक से हुई, जबकि एक ने आत्महत्या कर ली थी.

सीएनबीसी-टीवी 18 की खबर के मुताबिक सोमवार को मुंबई में भारती की भी मौत हो गई. भारती के परिवार ने बताया कि उनको दिल से जुड़ी कोई भी बीमारी नहीं थी, लेकिन पिछले कुछ दिनों से वो पीएमसी बैंक में परिवार का पैसा फंसे होने को लेकर काफी परेशान थीं. रिपोर्ट के मुताबिक भारती की बेटी और उनके दामाद के करीब 2.5 करोड़ रुपये पीएमसी बैंक में जमा हैं.

दूसरी तरफ मंगलवार को मुंबई में ही पीएमसी बैंक के खाताधारकों ने आजाद मैदान में विरोध प्रदर्शन किया. ये सभी पीएमसी बैंक से पैसे निकालने पर लगाई गई आरबीआई की कड़ी लिमिट के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे.

सीएनएन-न्यूज 18 की रिपोर्ट के मुताबिक, प्रदर्शनकारियों ने आरबीआई के अधिकारियों से बात की और उन्हें 30 अक्टूबर तक की चेतावनी दी. रिपोर्ट के मुताबिक ग्राहकों ने आरबीआई से 19 प्वाइंट्स पर चर्चा की, जिसमें मेडिकल खर्चे, शादियों से जुड़े खर्चे और टैक्स को लेकर बात की गई.

प्रदर्शनकारियों के प्रतिनिधिमंडल ने बैंक घोटाले के सदमे में मृतकों के परिवार को 25-25 लाख रुपये के मुआवजे की भी मांग की.

आरबीआई ने प्रतिनिधिमंडल को कहा कि वो जल्द ही इसका कोई समाधान निकालेगा और 25 से 27 अक्टूबर के बीच प्रेस कॉन्फ्रेंस या प्रेस रिलीज के जरिए इसका ऐलान करेगा.

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
×
×