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PNB घोटालाः 11 आरोपियों को 28 मार्च तक भेजा गया न्यायिक हिरासत में

फरवरी में सामने आया था पीएनबी घोटाला

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पीएनबी घोटाला मामले में गिरफ्तार विपुल चितालिया, गोकुलनाथ शेट्टी समेत सभी 11 आरोपियों को सीबीआई की विशेष अदालत ने 28 मार्च तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया है.

सीबीआई का आरोप है कि हीरा कारोबारी नीरव मोदी और उनके मामा मेहुल चोकसी की कंपनियों ने पीएनबी के कुछ अधिकारियों से साठगांठ कर 13,000 करोड़ रुपये से अधिक के फर्जी एलओयू हासिल किए किए थे.

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गोकुलनाथ शेट्टी और चितालिया भी न्यायिक हिरासत में

प्रमुख आरोपियों में पीएनबी के पूर्व उपमहाप्रबंधक गोकुलनाथ शेट्टी, गीतांजलि समूह के वाइस प्रेसिडेंट विपुल चितालिया, पीएनबी के सिंगल विंडो ऑपरेटर मनोज खरात, नीरव की कंपनी के हेमंत भट्ट, पीएनबी के फॉरेक्स विभाग के तत्कालीन मुख्य प्रबंधक बेचू तिवारी समेत सभी आरोपियों को शनिवार को अदालत में पेश किया गया. सीबीआई की विशेष अदालत ने सभी आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया.

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फरवरी में सामने आया था पीएनबी घोटाला

हीरा कारोबारी नीरव मोदी और मेहुल चोकसी की तरफ से पीएनबी को 12,600 करोड़ रुपये से ज्यादा का चूना लगाकर विदेश भागने के मामले में जांच चल रही है. ये मामला सीबीआई और ईडी के पास है.

14 फरवरी को 11,400 करोड़ रुपये के घोटाले की बात सामने आर्इ थी. बाद में यह फ्रॉड बढ़कर 13 हजार करोड़ रुपए का हो गया. 2011 से 2018 के बीच हजारों करोड़ की रकम फर्जी लेटर ऑफ अंडरटेकिग (LoUs) के जरिए विदेशी अकाउंट्स में ट्रांसफर की गई.

नीरव मोदी का मामा मेहुल चौकसी गीतांजलि ग्रुप चलाता है. ग्रुप की तीन कंपनियों गीतांजलि जेम्स, गिली इंडिया और नक्षत्र के खिलाफ फ्रॉड केस दर्ज हुए हैं.

रेड कॉर्नर नोटिस जारी करने की मांग

पीएनबी घोटाले के मामले में हीरा कारोबारी नीरव मोदी और मेहुल चोकसी के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी करने के लिए इंटरपोल का रुख किया है. बताया जा रहा है कि कोर्ट की तरफ से नॉन बेलेबल वारंट के आधार पर ईडी ने नीरव और मेहुल के खिलाफ इंटरपोल से ये अपील की.

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