ADVERTISEMENTREMOVE AD

शहीद CRPF जवानों के परिवार, सरकार से पूछ रहे ये सवाल

शहीद जवानों के परिवारों का सवाल, कैसे गुजारेंगे पूरी जिंदगी

Published
छोटा
मध्यम
बड़ा

वीडियो एडिटर - आशुतोष भारद्वाज

ADVERTISEMENTREMOVE AD

सरकार हालात सुधारने के लिए आखिर क्या कर रही है? हम सरकार की तरफ से दी जा रहै पैसे का क्या करेंगे? अब हम कैसे अपना जीवन यापन करेंगे? पुलवामा हमले में शहीद हुए सीआरपीएफ जवानों के परिवार आज कुछ ऐसे ही सवाल पूछ रहे हैं. दर्द से भरे उनके सवाल सरकार के कानों तक पहुंचे न पहुंचे लेकिन वो फिर भी पूछ रहे हैं.

जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर हुए फिदायीन हमले में करीब 40 जवान शहीद हुए. जिनका अब अंतिम संस्कार किया जा रहा है.

वाराणसी के मिलकोपुर निवासी शहीद जवान रमेश यादव परिवार में कमाने वाले इकलौते सदस्य थे. वो अपने पीछे माता-पिता, पत्नी और 2 साल के बेटे को छोड़ गए. उनके पिता का कहना है कि बेटे की मौत के बाद अब वो कैसे अपना जीवन बिताएंगे.

पाकिस्तान को इसका करारा जवाब दिया जाना चाहिए. कोई भी सरकार हालात सुधारने के लिए कुछ भी नहीं करती है. हमें बताया गया कि उसकी बॉडी नहीं मिल पाई. इस घटना को करीब 24 घंटे से ज्यादा का वक्त हो चुका है, लेकिन यहां कोई भी मदद के लिए आगे नहीं आया. वह हमारा इकलौता सहारा था. 
श्याम नारायण, शहीद रमेश यादव के पिता
ADVERTISEMENTREMOVE AD

शहीद जैमल सिंह की पत्नी पत्नी सुखजीत कौर और पंजाब के मोगा के लोग हताश हैं. उनका सरकार से भरोसा उठ चुका है. उन्होंने कहा, ऐसे हमलों को रोकने के लिए सरकार क्या कदम उठाती है?

हम पाकिस्तान को क्या कहें? हमारी दुनिया उजड़ गई है. हम किसी को भी कुछ नहीं कहना चाहते हैं. हमारी सरकार से कोई मांग नहीं है. ऐसे हमले पहले भी हुए हैं, लेकिन सरकार ने किसी के लिए भी क्या किया है? हमें सरकार से पैसे या कुछ भी नहीं चाहिए. हम पैसे का क्या करेंगे, क्योंकि हमारी जिंदगी ही नर्क जैसी हो गई है. 
सुखजीत कौर, शहीद जैमल सिंह की पत्नी
ADVERTISEMENTREMOVE AD

हमले में शहीद हुए इटावा के एक और जवान राम वकील अपने पीछे पत्नी और तीन बच्चों को छोड़ गए हैं. उनकी पत्नी का कहना है कि वकील अप्रैल में नया घर बनाने की सोच रहे थे.

वो रविवार को घर आए थे. यहां वो 6 दिन के लिए छुट्टी पर आए थे. जम्मू-कश्मीर में भारी बर्फबारी हो रही थी, जिसकी वजह से हमने उन्हें कहा कि आप अपनी छुट्टियां बढ़ा दीजिए. लेकिन उन्होंने कहा कि वो ऐसा नहीं कर सकते हैं. इसीलिए मैंने उन्हें कहा कि आप अप्रैल में घर बनते समय छुट्टी ले लेना. उन्होंने कहा कि वो जल्दी छुट्टी आकर लोन लेंगे और घर का कंस्ट्रक्शन शुरू करेंगे. 
राम वकील की पत्नी
ADVERTISEMENTREMOVE AD

दिल्ली में दी गई थी श्रद्धांजलि

इससे पहले शुक्रवार को पीएम नरेंद्र मोदी ने पुलवामा अटैक के शहीदों को श्रद्धांजलि दी. पालम एयरपोर्ट पर उन्होंने शहीदों की ताबूतों पर फूलमाला चढ़ाई इससे पहले कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने पुलवामा के शहीदों को श्रद्धांजलि दी थी. राजनाथ सिंह, अरविंद केजरीवाल और रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने भी श्रद्धांजलि दी.

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
अधिक पढ़ें
×
×