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डोकलाम: चीन सीमा का जायजा लेगी संसदीय समिति, राहुल गांधी भी जाएंगे

संसदीय समिति डोकलाम संकट के बाद सीमा पर स्थिति का जायजा लेने सिक्किम और अरुणाचल के सीमावर्ती इलाकों का दौरा करेगी

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कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने एक दिन पहले ही 'जन आक्रोश रैली' में मोदी सरकार पर डोकलाम विवाद को लेकर ताना मारा था. अब राहुल खुद सिक्किम और अरुणाचल प्रदेश के चीनी सीमावर्ती इलाकों का दौरा करने जाने वाले हैं.

दरअसल, कांग्रेस सांसद शशि थरूर की अध्यक्षता वाली विदेश मामलों की संसदीय समिति अगले महीने सिक्किम और अरुणाचल प्रदेश के चीनी सीमावर्ती इलाकों का दौरा करेगी. ये टीम डोकलाम विवाद के बाद अब हालात का जायजा लेगी. रिपोर्ट के मुताबिक, संसदीय समिति के साथ राहुल गांधी भी इस दौरे में शामिल होंगे.

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समिति डोकलाम में भारत-चीन सैन्य गतिरोध के कई पहलुओं को देख रही है. पूर्ववर्ती विदेश सचिव और मौजूदा विदेश सचिव विजय गोखले इस मुद्दे पर कई बार जानकारी दे चुके हैं.

पीटीआई के सूत्रों के मुताबिक,‘‘समिति इन दो राज्यों में सीमा पर स्थिति का जायजा लेने और जमीनी हकीकत को देखने के लिए सिक्किम और अरुणाचल प्रदेश के सीमावर्ती इलाकों का दौरा करेगी.''

समिति स्थिति का जायजा लेने के लिए हेलिकॉप्टर का भी इस्तेमाल कर सकती है. समिति वहां तैनात टॉप सिक्‍योरिटी अफसरों से भी रूबरू हो सकती है.

बता दें, पिछले साल भारतीय सेना ने चीनी सैनिकों को विवादित ट्राइ-जंक्शन में सड़क बनाने से रोक दिया था. इसके बाद 16 जून से सिक्किम सेक्टर के डोकलाम में 73 दिनों तक भारत और चीनी सैनिकों के बीच विवाद बना रहा था.

भूटान और चीन के बीच विवाद

डोकलाम को लेकर भूटान और चीन के बीच विवाद है. इससे पहले विदेश मंत्रालय के अधिकारियों ने 31 सदस्यीय संसदीय समिति को जानकारी दी थी कि भूटान इस मुद्दे पर भारत के साथ दृढ़ता से था. सूत्रों ने बताया था कि विचार-विमर्श के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने चीन के उद्देश्य और बीजिंग ने टकराव के लिए डोकलाम को क्यों चुना इसको लेकर विदेश मंत्रालय के अधिकारियों से सवाल किया था.

राहुल गांधी ने डोकलाम के निकट चीन की व्यापक निर्माण गतिविधियों संबंधी खबरों के बारे में भी पूछा था, जिस पर अधिकारियों ने जवाब दिया था कि भारतीय इलाके में ऐसा कुछ भी नहीं हुआ है.

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