राहुल गांधी का दावा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह की आवाज में अब घबराहट साफ सुनाई देने लगी है, क्योंकि उन्हें अहसास हो गया है कि जनता उनके दावों का राज जान गई है.
कांग्रेस अध्यक्ष ने पीएम मोदी को निशाना बनाने के लिए लालकृष्ण आडवाणी, अमित शाह, नीरव मोदी, मेहुल चोकसी और आरएसएस, सभी का इस्तेमाल किया. उनके आरोप तीखे थे. उन्होंने बीच-बीच में कांग्रेस पार्टी में बदलाव का भरोसा देकर मुंबई में जुटे कार्यकर्ताओं का हौसला भी बढ़ाया.
लेकिन राहुल गांधी का हर तीर सिर्फ तीन लोगों पर चला- पीएम मोदी, बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह और आरएसएस.
‘पीएम मोदी के भाषण में घबराहट’
राहुल गांधी ने कार्यकर्ताओं से कहा, पीएम मोदी का भाषण बहुत ध्यान से सुनिए, उनकी आवाज में घबराहट साफ सुनाई देती है. उन्होंने कहा:
‘’पीएम मोदी से ज्यादा उनके मित्र अमित शाह के भाषण में घबराहट का अहसासर होता है. वो बैचेनी में इधर-उधर घूम रहे हैं. पीएम मोदी और अमित शाह ने 4 सालों में झूठ बोल-बोलकर भारत का बहुत नुकसान किया है. लेकिन कांग्रेस न झूठे वादे करती है, न झूठ बोलती है.’’
विपक्ष के सीनियर नेता से दिल की बात
‘’मुझे विपक्ष के एक बहुत सीनियर नेता मिले और अपना दिल खोलकर मेरे सामने रख दिया. बोले राहुल जी, मैं 50 सालों से कांग्रेस से लड़ रहा हूं. अब जाकर मेरी समझ में ये बात आई कि सिर्फ कांग्रेस ही देश का भला कर सकती है.’’राहुल गांधी, कांग्रेस अध्यक्ष
राहुल की इस बात पर भीड़ ने पूछा कि क्या ये नेता लालकृष्ण आडवाणी हैं? इस पर उन्होंने जवाब दिया, ''नहीं भाई, विपक्ष के बहुत सीनियर नेता हैं, पर आडवाणी नहीं है.’’
गुरु आडवाणी को बेइज्जत कर रहे हैं पीएम
राहुल ने बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी के जरिए पीएम मोदी पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि आडवाणी का अपमान अब नहीं देखा जाता. इसके बाद उन्होंने हिंदू धर्म की गुरुकुल परंपराओं की याद दिलाई:
‘’हमारे धर्म में गुरु से बड़ा कोई नहीं होता. प्रधानमंत्री जी का गुरु कौन था? एलके आडवाणी जी. लेकिन प्रधानमंत्री ने अपने गुरु के साथ कितना बुरा बर्ताव किया. उनकी इज्जत नहीं करते, सार्वजनिक कार्यक्रमों में सम्मान नहीं करते. लेकिन मैं उनकी इज्जत करता हूं. जब भी सार्वजनिक कार्यक्रमों में मिलता हूं, तो उनके सम्मान की रक्षा करता हूं.’’
‘वाजपेयी जी से मिलने सबसे पहले गया’
राहुल गांधी ने बताया कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी उनके राजनीतिक विरोधी रहे हैं, पर उनका सम्मान करते हैं, क्योंकि उन्होंने देश के लिए बहुत कुछ किया है. कांग्रेस अध्यक्ष के मुताबिक जब उन्हें वाजपेयी की सेहत खराब होने का पता चला, तो सबसे पहले वे ही एम्स पहुंचे.
‘शायद मैं थोड़ा ज्यादा बोल गया’
राहुल को अहसास हुआ कि वो बहुत राज खोल गए हैं, तो वे बोले, ''शायद मैं थोड़ा ज्यादा बोल गया.'' इसके बाद उन्होंने ऐसे देखा, जैसे कह रहे हों कि अब बोल ही दिया है तो देख लेंगे.
बूथ कार्यकर्ताओं को मंत्र
कांग्रेस अध्यक्ष ने मुंबई में जुटे पार्टी कार्यकर्ताओं से कहा कि वो बीजेपी और आरएसएस के झूठ से मुकाबला करें. उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा किसानों की दिक्कत, हर खाते में 15 लाख रुपए देने का वादा, हर साल 2 करोड़ रोजगार देने जैसे तमाम वादों पर बीजेपी का पर्दाफाश करें.
पीएम मोदी पर राहुल के आरोप:
- नीरव मोदी 35 हजार करोड़ लेकर भाग जाता है, पर पीएम मोदी के मुंह से एक शब्द नहीं निकलता
- मेहुल चोकसी को 'मेहुल भाई' कहते हैं पीएम मोदी
- छोटे कारोबारी नोटबंदी और जीएसटी से परेशान होते हैं, पर अमित शाह का बेटा 50 हजार रुपए को 80 करोड़ रुपए में बदल देता है
- पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा था कि देश का चौकीदार बनना चाहता हूं, पर वो 15-20 अमीरों के चौकीदार बनकर रह गए
- किसान देखता रह गया और सरकार ने अमीरों को लाखों करोड़ों का लोन दे दिया
- चीन के राष्ट्रपति के साथ झूला झूले और डोकलाम हो गया, राफेल सौदे में गड़बड़ी हुई
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