कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी ने शुक्रवार, 24 जुलाई को पूर्व प्रधानमंत्री पी वी नरसिंह राव को श्रद्धांजलि अर्पित की. सोनिया गांधी, राहुल गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने राव की जन्मतिथि पर आयोजित वर्चुअल कार्यक्रम में अपने संदेश भेजे, जिसमें राव की खुलकर तारीफ की गई थी. यह कार्यक्रम तेलंगाना कांग्रेस ने आयोजित किया था. इसे राव के प्रति गांधी परिवार के बदलते रुख के तौर पर देख सकते हैं.
2004 में नरसिंह राव की मौत के बाद यह पहला मौका है, जब पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने उनकी इतनी तारीफ की है. बता दें तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने नरसिंह राव की जन्म शताब्दी पर 28 जून से साल भर का उत्सव मनाने का फैसला लिया है.
तेज-तर्रार नेतृत्व, विद्वान व्यक्तित्व: सोनिया
सोनिया गांधी ने राव को याद करते हुए अपने संदेश में कहा,
"श्री पी वी नरसिंह राव की जन्मशताब्दी एक मौका है, जब हम एक बेहद बौद्धिक-विद्वान व्यक्तित्व को श्रद्धांजलि अर्पित करें. राज्य और देश की राजनीति में एक बहुत लंबे करियर के बाद वे भारत के प्रधानमंत्री बने. उस वक्त देश आर्थिक संकट में फंसा हुआ था. उनके तेज-तर्रार नेतृत्व के जरिए हमारा देश उस संकट से निकलने में कामयाब रहा."सोनिया गांधी
सोनिया ने आगे कहा, "24 जुलाई, 1991 को पेश किया गए केंद्रीय बजट ने हमारे देश की आर्थिक तस्वीर बदलने का रास्ता बनाया. उनका कार्यकाल कई राजनीतिक, सामाजिक और विदेशी नीति पर आधारित लक्ष्यों को हासिल करने में कामयाब रहा. सबसे ऊपर वे एक समर्पित कांग्रेसी थे, जिन्होंने अलग-अलग पदों पर रहते हुए पार्टी की सेवा की."
राव के योगदान से आज भी आधुनिक भारत को दिशा मिल रही: राहुल गांधी
इस मौके पर हम एक ऐसे आदमी की विरासत का जश्न मना रहे हैं जिसने आधुनिक भारत को आकार दिया. अपनी किशोरावस्था में कांग्रेस पार्टी ज्वाइन करने से लेकर वे दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के प्रधानमंत्री बने. उनकी विशिष्ट राजनीतिक यात्रा उनका दृढनिश्चय दिखाती है.राहुल गांधी
राहुल गांधी ने कहा कि 24 जुलाई को 1991 के बजट को 29 साल हो गए. उन्होंने कहा, "इसी दिन भारत आर्थिक बदलाव के एक नए रास्ते पर आगे बढ़ा था. श्री नरसिंह राव और डॉ मनमोहन सिंह ने उदारीकरण के दौर को लाने में अहम भूमिका निभाई."
PV एक बेहद अहम वक्त पर प्रधानमंत्री बने: प्रणब मुखर्जी
पूर्व प्रधानमंत्री प्रणब मुखर्जी ने अपने वीडियो मैसेज में कहा कि नरसिंह राव ने देश निर्माण में एक अनोखा योगदान दिया है. उन्होंने एक बेहद कठिन समय में कांग्रेस पार्टी का नेतृत्व किया.
मुखर्जी ने आगे कहा, "देश को स्थायित्व दिया और उन लोगों को भी प्रोत्साहन दिया, जो समाज के निचले तबके से आते थे. उन्होंने राष्ट्रीय राजनीति में युवाओं को भी बढ़ावा दिया."
राव एक दोस्त, दार्शनिक और गाइड थे: मनमोहन सिंह
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कार्यक्रम की उद्घाटन किया. उन्होंने भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए अपना संदेश पहुंचाया.
मेरी खुशनसीबी है कि आज मैं इस कार्यक्रम का उद्घाटन कर रहा हूं. मैं खुश हूं कि यह कार्यक्रम उस दिन आयोजित हो रहा है, जब बतौर वित्तमंत्री 1991 में मुझे राव सरकार का पहला बजट पेश करने का मौका मिल था.मनमोहन सिंह, पूर्व प्रधानमंत्री
बतौर मनमोहन सिंह उस बजट ने उदारीकण के जरिए भारत को कई मायनों में बदला है.
वह एक कठिन और बड़ा फैसला था. ऐसा इसलिए हो पाया क्योंकि राव जी ने भारत मुश्किलें समझकर मुझे चीजें अपने हिसाब से करने करने की स्वतंत्रता दी थी.मनमोहन सिंह, पूर्व प्रधानमंत्री
पूर्व प्रधानमंत्री सिंह ने कहा कि पी वी कई मायनों में उनके दोस्त, दार्शनिक और गाइड थे. बतौर लिंग्विस्ट और स्कॉलर उनकी लंबी अतुल्नीय विरासत है.
नरसिंह राव के पोते ने पूछा- 16 साल क्यों लगे?
तेलंगाना बीजेपी के नेता और PV नरसिंह राव के पोते NV सुभाष ने कहा कि कांग्रेस नेतृत्व को पूर्व प्रधानमंत्री के योगदान को मानने में 16 साल क्यों लग गए. उन्होंने कहा, "कांग्रेस को उनके योगदान को मान्यता देने में 16 साल क्यों लगे? सोनिया गांधी और राहुल गांधी ने कभी उनकी जन्मतिथि या पुण्यतिथि के कार्यक्रम में हिस्सा नहीं लिया."
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दरअसल तेलंगाना में टीआरएस ने नरसिंह राव को कांग्रेस से हाईजैक करने का पूरा प्लान बना लिया है. उनके नाम पर कई घोषणाएं की गई हैं. उत्सव मनाया जा रहा है. तो गांधी परिवार के हृदय परिवर्तन को आप अपने एक बड़े नेता की विरासत को खोने का डर के तौर पर देख सकते हैं.
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