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रेलवे क्लॉक रूम और लॉकरों का इस्तेमाल अब होगा महंगा

फरवरी, 2013 से क्लॉकरूम और लॉकर के चार्ज में बढ़ोतरी नहीं की गई है.

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भारत
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रेलवे के क्लॉक रूम और लॉकरों का इस्तेमाल करने वाले यात्रियों को इस सुविधा का लाभ उठाने के लिए अब ज्यादा भुगतान करना पड़ेगा. रेलवे बोर्ड ने अब मंडल रेल प्रबंधकों (डीआरएम) को स्टेशनों पर इस सुविधा का शुल्क बढ़ाने का अधिकार दे दिया है.

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इस सेवा को आधुनिक बनाने के लिए शीघ्र ही बोली लगाने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी. इसमें कम्प्यूटरीकृत माल सूची शामिल होगी और सालाना मूल्य बढ़ाने की अनुमति होगी.

रेलवे की नई नीति के मुताबिक, ‘‘यह फैसला लिया गया है कि स्थानीय स्थितियों  को देखते हुए डीआरएम को क्लॉक रूमों और लॉकरों के किराये बढ़ाने के पूरे अधिकार होंगे.’’
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अभी है 20 रुपये शुल्क

फिलहाल 24 घंटे के लिए लॉकर के इस्तेमाल के लिए यात्रियों से 20 रुपये का शुल्क और उसके बाद हरेक अतिरिक्त 24 घंटे के लिए 30 रुपये वसूले जाते हैं. पहले यह शुल्क 15 रुपये था. वहीं क्लॉकरूम का शुल्क 24 घंटे के लिए 15 रुपये है और प्रत्येक अतिरिक्त 24 घंटे के लिए यात्रियों से 20 रूपए लिये जाते है. जबकि साल 2000 में यह केवल सात रुपये था. फरवरी, 2013 से क्लॉकरूम और लॉकर के चार्ज में बढ़ोतरी नहीं की गई है.

रेलवे लेगा ड्रोन की मदद

पिछले दिनों रेलवे ने एक बयान में कहा था कि रेलवे की कई गतिविधियों, खासकर परियोजनाओं की निगरानी और पटरियों साथ ही रेलवे की दूसरी आधारभूत संरचनाओं के रख-रखाव के लिए कैमरे का इस्तेमाल होगा. इसमें कहा गया था कि जोनल रेलवे को ऐसे कैमरों की खरीद के लिए निर्देश दिए गए हैं. ये ट्रेनों को सही ढ़ंग से चलाने के लिए सुरक्षा और दक्षता बढ़ाने में फायदेमंद साबित होंगे.

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(इनपुटः PTI से)

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