राजस्थान (Rajasthan) की भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की टीम ने बृहस्पतिवार को राजस्थान टक्निकल यूनिवर्सिटी, कोटा के कुलपति को पांच लाख रुपए की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार कर लिया. ब्यूरो के महानिदेशक भगवान लाल सोनी ने यहां बताया कि प्रोफेसर राम अवतार गुप्ता को पांच लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया. उन्होंने कहा कि परिवादी ने शिकायत दी थी कि उसके प्राईवेट डिग्री कॉलेज में इंजीनियरिंग की सीट बढ़ाने और कागजी कार्रवाई हेतु परेशान नहीं करने के बदले 10 लाख रुपये की रिश्वत मांगी गई.
इस शिकायत का सत्यापन होने के बाद गुरुवार को आरोपी प्रोफेसर गुप्ता को यहां एक सरकारी विश्राम गृह में पांच लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया गया. प्रोफेसर गुप्ता विश्राम गृह के इस कमरे में पिछले चार दिन से रह रहे थे और उनके कमरे की जांच में लगभग 21 लाख रुपये के कैश मिले हैं.भगवान लाल सोनी, महानिदेश, भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो
उन्होंने आगे बताया कि मामले की जांच चल रही है, उनके निवास व अन्य ठिकानों की तलाशी ली जा रही है.
बता दें कि राजस्थान में किसी यूनिवर्सिटी के कुलपति के रिश्वत लेते ट्रेप होने का यह दूसरा मामला है. इससे पहले सात सितंबर, 2020 में राजस्थान के महर्षि दयानन्द सरस्वती विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. आरपी सिंह और उनके प्राईवेट गार्ड रणजीत सिंह को भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की टीम ने 2 लाख 20 हजार की रिश्वत के साथ रंगे हाथों गिरफ्तार किया था.
ACB जयपुर और अजमेर की टीमों ने नागौर के एक प्राईवेट कॉलेज के एग्जाम सेंटर की मान्यता को लेकर रिश्वत मांगी थी.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)