राजस्थान (Rajasthan) के जयपुर (Jaipur) में भ्रष्टाचार के मामले में एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) ने सोमवार 7 जनवरी को एक आरएएस अधिकारी सहित पांच लोगों को गिरफ्तार किया है. राजस्थान जमीन का पट्टा जारी करने के एवज में रिश्वत मांगने के मामले में एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) ने जयपुर विकास प्राधिकरण के जोन चार में कार्रवाई की. जिसमे इन पांचों को गिरफ्तार किया गया.
जानकारी के अनुसार आरोपियों ने पट्टा जारी करने के एवज में 1.10 लाख रुपए की रिश्वत मांगी थी.
सबूत के आधार पर पांचों आरोपियों को गिरफ्तार कर पूछताछ शुरू
एसीबी ने जेडीए जोन चार की उपायुक्त ममता यादव के साथ जेईएन श्याम मालू, सहायक लेखाधिकारी राम तूफान मुंडोतिया, सहायक प्रशासनिक अधिकारी विजय मीणा, संविदा पर कार्यरत कम्प्यूटर ऑपरेटर अखिलेश कुमार को गिरफ्तार किया है. एसीबी की कार्रवाई के बाद जेडीए परिसर में हड़कंप मच गया है.
जानकारी के अनुसार यह मामला जयपुर के जवाहर सर्किल स्थित सिद्धार्थ नगर में जमीनों के पट्टे देने का है. जिसके एवज में परिवादी से रिश्वत मांगी गई थी. इस पर परिवादी ने एसीबी में शिकायत दर्ज करवाई थी. इस शिकायत पर एसीबी ने जेडीए में ट्रेप की कार्रवाई की.
एसीबी के एएसपी बजरंग सिंह शेखावत ने बताया कि प्लॉट के पट्टे जारी करने की एवज में करीब 15 लाख रूपए की रिश्वत मांगी जा रही थी. जोन उपायुक्त ममता यादव ने करीब दो से तीन लाख रूपए की रिश्वत की मांग की थी. ट्रेप की कार्रवाई की भनक लगने के बाद उन्होंने सोमवार को नकदी लेने से इंकार कर दिया. एसीबी ने सबूत के आधार पर पांचों आरोपियों को गिरफ्तार कर पूछताछ शुरू कर दी है.
एसीबी की कार्रवाई के बाद एडीजी दिनेश एमएन ट्रेप की जगह पहुंचे और एसीबी के अधिकारियों से पूरी जानकारी ली. दिनेश एमएन ने बताया कि परिवादी कुछ दिन पहले ही एसीबी मुख्यालय आये थे, उनकी शिकायत थी कि जेडीए पट्टा देने के लिए उपायुक्त सहित जोन चार के कर्मचारी पैसा मांग रहे हैं.
इससे परेशान होकर परिवादी ने एसीबी में शिकायत दी थी. गिरफ्तारी सभी पांचों आरोपियों के घर पर भी एसीबी ने दबिश दी है. उनके घरों पर सर्च की कार्रवाई चल रही है.
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