राज्यसभा में इस साल विपक्ष की ताकत कमजोर हो सकती है. इस साल के अंत तक राज्यसभा में 68 सीटें खाली होने वाली हैं, जिससे सबसे ज्यादा नुकसान कांग्रेस को हो सकता है. राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस अपनी मौजूदा 19 में से लगभग नौ सीटें गंवा सकती है. ऐसे में एनडीए राज्यसभा में बहुमत की ओर बढ़ सकता है.
न्यूज एजेंसी पीटीआई के सूत्रों के मुताबिक, पार्टी प्रियंका गांधी वाड्रा, ज्योतिरादित्य सिंधिया, रणदीप सुरजेवाला समेत कुछ बड़े दिग्गजों को राज्यसभा में ला सकती है.
राज्यसभा में कांग्रेस अपने दम पर नौ सीटें बरकरार रखने और अपने सहयोगियों की मदद से एक या दो और सीटें जीतने के लिए आश्वस्त है. छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, राजस्थान और महाराष्ट्र में कांग्रेस सत्ता में है.
कांग्रेस के ये नेता खो सकते हैं राज्यसभा सीटें
इस साल अप्रैल में राज्यसभा की 51, जून में 5 और जुलाई में 1 और नवंबर में 11 सीटें खाली हो रही हैं. मोतीलाल वोरा, मधुसूदन मिस्त्री, कुमारी शैलजा, दिग्विजय सिंह, बीके हरिप्रसाद और एमवी राजीव गौड़ा कांग्रेस के उन टॉप नेताओं में शामिल हैं, जिनका कार्यकाल अप्रैल और जून में खत्म हो रहा है. इनमें से वोरा, शैलजा और दिग्विजय सिंह के दोबारा राज्यसभा का सदस्य चुने जाने की उम्मीद कम है.
इनके अलावा राज बब्बर और पीएल पुनिया को उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश की राज्यसभा सीट से हाथ धोना पड़ सकता है. इस साल नवंबर में उत्तराखंड में एक और उत्तर प्रदेश में 10 सीटें खाली हो रही हैं.
2019 लोकसभा चुनावों में बड़ी हार के बाद कांग्रेस राज्यसभा में अपनी संख्या बढ़ाने की कोशिश कर रही है. ऐसी अटकलें हैं कि पार्टी प्रियंका गांधी, ज्योतिरादित्य सिंधिया, रणदीप सुरजेवाला, आरपीएन समेत दूसरे नेताओं को राज्यसभा में ला सकती है.
बाकी राज्यों में कितनी सीटें हो रही खाली
महाराष्ट्र में छह सीटें खाली होने जा रही हैं, जिनमें एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार की सीट भी शामिल है. तमिलनाडु में भी इतनी ही सीटें खाली होंगी. जबकि पश्चिम बंगाल और बिहार में पांच-पांच सदस्यों का कार्यकाल खत्म हो रहा है. गुजरात, कर्नाटक और आंध्र प्रदेश की चार-चार राज्यसभा सीटों पर चुनाव संभव है.
कांग्रेस को राजस्थान में तीन में से दो, मध्य प्रदेश में तीन में से दो, छत्तीसगढ़ में दो, महाराष्ट्र में एक और कर्नाटक में एक सीट मिलने की संभावना है. पार्टी कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, मेघालय और असम की राज्यसभा सीटें खो सकती है.
एनडीए के पास अभी राज्यसभा में बहुमत नहीं है. केंद्र सरकार को राज्यसभा में महत्वपूर्ण विधेयकों को पारित करवाने के लिए AIADMK और BJD जैसे दलों का समर्थन हासिल करना होगा.
फिलहाल, 245 सदस्यों वाली राज्यसभा में बीजेपी के 82 और कांग्रेस के 46 सदस्य हैं. राज्यसभा में कुल 12 नामित सदस्य हैं, जिनमें से आठ के साथ बीजेपी का गठबंधन है.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)