भारत में हर दिन सड़क हादसों में 400 लोगों की मौत हो जाती है. संसद में पेश किए गए आंकड़ों के मुताबिक साल 2015 और 2017 के बीच हर साल 1.46 लाख और 1.5 लाख लोगों की मौत हुई है. मतलब इन तीन सालों में हर दिन औसतन 400 या उससे ज्यादा लोग सड़क हादसों में मारे गए हैं.
सड़क हादसों में सबसे ज्यादा मौतें यूपी में
सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने राष्ट्रीय राजमार्गों और एक्सप्रेसवे पर दुर्घटनाओं की संख्या के बारे में एक सवाल के जवाब में संसद में डेटा पेश किया था. इसके मुताबिक उत्तर प्रदेश में तीन साल में सबसे ज्यादा सड़क दुर्घटनाओं में लोगों की मौतें हुई हैं. उसके बाद सड़क हादसे में मौतों के मामले में तमिलनाडु का नंबर आता है.
अगर साल 2016 और 2017 का डेटा देखा जाए तो पता चलेगा कि देश में होने वाले सड़क हादसों और उसमें होने वाली मौतों का एक-चौथाई हिस्सा तमिलनाडु और उत्तर प्रदेश में हुआ है.
साल 2017 में भारत में 1,47,913 लोगों की सड़क दुर्घटनाओं में मौत हुई थी. इनमें से 48,764 दोपहिया वाहन और 26,869 लोग कार दुर्घटना के शिकार हुए थे. 20,457 पैदल यात्रियों की मौत हुई थी. इन हादसों में मरने वाले 3,559 साइकिल चालक थे
जुलाई महीने में 3 राज्यों में बड़े सड़क हादसे, 100 से ज्यादा जानें गईं
अब अगर साल 2019 के जुलाई महीने की ही बात करें, तो अबतक उत्तर प्रदेश, कर्नाटक, कश्मीर में कई बड़े सड़क हादसे हुए हैं. इनमें लगभग 100 लोगों की मौत हो चुकी है.
सोमवार, 8 जुलाई को आगरा में बस हादसा हुआ, जिसमें 29 लोगों की मौत हो गई. इसी महीने 3 जुलाई को कर्नाटक में 12 लोगों की सड़क हादसे में मौत हुई. जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले में 1 जुलाई को एक मिनी बस गहरी खाई में गिर गई, जिसमें 35 लोगों की मौत हो गई.
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