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मनी लॉन्ड्रिंग केस: रॉबर्ट वाड्रा से ED की पूछताछ खत्म

प्रवर्तन निदेशालय के दफ्तर में करीब पांच घंटे तक चली पूछताछ

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मनी लॉन्ड्रिंग केस में रॉबर्ट वाड्रा से प्रवर्तन निदेशालय की पूछताछ खत्म हो चुकी है. दिल्ली स्थित प्रवर्तन निदेशालय के दफ्तर में एजेंसी के अधिकारियों ने रॉबर्ट वाड्रा से करीब पांच घंटे तक पूछताछ की.

वाड्रा पर आरोप है कि उन्होंने लंदन के ब्रायंस्टन स्क्वायर में 1.9 मिलियन पाउंड की एक प्रॉपर्टी खरीदी थी, जिसमें हवाला के जरिए पैसा गया था.

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पत्नी प्रियंका के साथ ED दफ्तर पहुंचे थे रॉबर्ट

दिल्ली की एक अदालत ने रॉबर्ट वाड्रा को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की जांच में शामिल होने का आदेश दिया था. इसके चार दिन बाद वाड्रा बुधवार शाम एजेंसी के सामने पेश हुए. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के बहनोई रॉबर्ट वाड्रा मध्य दिल्ली के जामनगर भवन स्थित ईडी कार्यालय में शाम पौने चार बजे पहुंचे.

वाड्रा के साथ उनकी पत्नी और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा मौजूद थीं. हालांकि, रॉबर्ट वाड्रा को ईडी कार्यालय छोड़ने के बाद प्रियंका वहां से चली गईं.

प्रवर्तन निदेशालय के दफ्तर में करीब पांच घंटे तक चली पूछताछ

ईडी ने कसा है शिकंजा

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मनोज अरोड़ा और रॉबर्ट वाड्रा पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है. ईडी का दावा है कि मनोज अरोड़ा इस मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में काफी अहम व्यक्ति है. फिलहाल उसकी गिरफ्तारी पर 6 फरवरी तक रोक लगाई गई है. अरोड़ा पर आरोप है कि उसने वाड्रा की अघोषित संपत्तियों के लिए पैसे मुहैया करवाए. ईडी का मानना है कि उसे सभी संपत्तियों के बारे में पूरी जानकारी है.

वाड्रा बोले, राजनीतिक साजिश

मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ईडी की जांच का सामना कर रहे रॉबर्ट वाड्रा ने कहा है कि उन्हें टारगेट किया जा रहा है. उन्होंने कहा, मुझ पर लगाए गए आरोप झूठे हैं और राजनीति से प्रेरित हैं. उन्होंने कहा कि मैं एक कानून का सम्मान करने वाला व्यक्ति हूं.

क्या है पूरा मामला?

यह मामला 19 लाख पाउंड की विदेश में मौजूद अघोषित संपत्ति के स्वामित्व से जुड़ा है, जो कथित रूप से रॉबर्ट वाड्रा की है. ईडी ने भगोड़े हथियार सौदागर संजय भंडारी के खिलाफ काले धन से संबंधित नए कानून और टैक्स कानून के तहत इनकम टैक्स ने एक अन्य मामले की जांच के दौरान वाड्रा के करीबी मनोज अरोड़ा का नाम सामने आने के बाद अरोड़ा के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज किया था.

लंदन की संपत्ति कथित रूप से भंडारी ने खरीदी थी और इसकी मरम्मत पर अतिरिक्त खर्च के बावजूद इसे खरीदी गई कीमत पर 2010 में बेच दिया गया. ईडी ने मामले की जांच के तहत सात दिसंबर को दिल्ली-एनसीआर और बेंगलुरू के कई ठिकानों की तलाशी ली थी.

कोर्ट ने दिया था 6 जनवरी तक ED के सामने पेश होने का आदेश

ईडी के वकील ने इससे पहले कोर्ट को बताया कि लंदन की संपत्ति एक पेट्रोलियम सौदे से प्राप्त अवैध भुगतान का हिस्सा है. यह पैसा सेंटेक इंटरनेशनल, एफजेडसी, यूएई (भंडारी द्वारा नियंत्रित कंपनी) द्वारा स्थानांतरित किया गया था. वकील ने कहा कि कुछ और संपत्तियों की भी जांच की जानी चाहिए. इस सुनवाई के दौरान वाड्रा कोर्ट में मौजूद नहीं थे. वाड्रा के वकील ने कोर्ट को बताया था कि वह अपनी बीमार मां की देखभाल के लिए लंदन में हैं.

दिल्ली की एक अदालत ने शनिवार को मनी लॉन्ड्रिंग के एक मामले में रॉबर्ट वाड्रा को 16 फरवरी तक के लिए अंतरिम जमानत दे दी थी. विशेष न्यायाधीश अरविंद कुमार ने उन्हें छह फरवरी को ईडी की जांच में शामिल होने का निर्देश दिया था.

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