ADVERTISEMENTREMOVE AD

रॉकेट वैज्ञानिक एस. सोमनाथ बने ISRO के नए प्रमुख, के. सिवान की जगह लेंगे

S. Somanath ने GSLV Mk-III लॉन्चर के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी, अब बने ISRO के चेयरमैन

Updated
story-hero-img
i
छोटा
मध्यम
बड़ा

केंद्र सरकार ने बुधवार, 12 जनवरी को वरिष्ठ रॉकेट वैज्ञानिक एस सोमनाथ (S. Somanath) को अगले तीन साल के लिए भारतीय अंतरिक्ष और अनुसंधान संगठन (ISRO) का अगला प्रमुख नियुक्त किया है. एस सोमनाथ ने GSLV Mk-III लॉन्चर के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है और अपने करियर के शुरुआती चरणों के दौरान PSLV के एकीकरण के लिए एक टीम लीडर थे. एस. सोमनाथ निवर्तमान प्रमुख के. सिवान की जगह लेंगे.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

एस. सोमनाथ 22 जनवरी, 2018 से विक्रम साराभाई अंतरिक्ष केंद्र (वीएसएससी) का नेतृत्व कर रहे हैं.

सोमनाथ लॉन्च व्हीकल स्ट्रक्चरल सिस्टम्स, स्ट्रक्चरल डायनेमिक्स, मैकेनिज्म, पायरो सिस्टम्स और लॉन्च व्हीकल इंटीग्रेशन के क्षेत्रों में विशेषज्ञ हैं. उन्होंने यांत्रिक एकीकरण (मैकेनिकल इंटीग्रेशन ) डिजाइनों में महत्वपूर्ण योगदान दिया है जिसने पीएसएलवी को दुनिया भर के सूक्ष्म उपग्रहों के लिए अत्यधिक मांग वाला लांचर बना दिया है.

टीकेएम कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग, कोल्लम से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में ग्रेजुएट और भारतीय विज्ञान संस्थान, बैंगलोर से एयरोस्पेस इंजीनियरिंग में पोस्ट-ग्रेजुएट, एस. सोमनाथ 1985 में VSSC में शामिल हुए.

सोमनाथ जून 2010 से 2014 तक जीएसएलवी एमके-III के प्रोजेक्ट डायरेक्टर थे.

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

Published: 
सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
×
×