मुंबई में आरे कॉलोनी में पेड़ों की कटाई पर शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने तीखी प्रतिक्रिया दी है. शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने पेड़ों की कटाई पर नाराजगी जताते हुए कहा, ‘आने वाली सरकार हमारी सरकार होगी. हमारी सरकार के एक बार फिर से सत्ता में आते ही हम आरे जंगल के ‘हत्यारों’ से निपटेंगे.’
21 अक्टूबर को महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव है. मतदान से पहले ही शिवसेना और बीजेपी आमने-सामने आ गई हैं. उद्धव ठाकरे से पहले उनके बेटे आदित्य ठाकरे ने भी आरे कॉलोनी में पेड़ों की कटाई पर प्रतिक्रिया दी है.
आरे में पेड़ों को काटने वाले मेट्रो अधिकारियों को PoK भेजों: आदित्य
वहीं इस मामले में उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे भी काफी सक्रिय दिख रहे हैं. आदित्य ठाकरे ने आरे कॉलोनी में पेड़ों की कटाई को 'शर्मनाक और घिनौना' बताया है. नाराजगी में उन्होंने मुंबई मेट्रो के अधिकारियों को आतंकी शिविर नष्ट करने के लिए पीओके भेजने की बात कही है.
मुंबई में जिस दृढ़ता और तेजी के साथ पेड़ों को काटा जा रहा है, वह शर्मनाक और घिनौना है. ये कैसा रहेगा मुंबई मेट्रो के अधिकारियों की नियुक्ति पीओके में कर दी जाए, वहां वो पेड़ों की जगह आतंकी शिविरों को तबाह करें.आदित्य ठाकरे, शिवसेना नेता
ठाकरे ने कहा, बहुत से पर्यावरणविद् और शिवसेना के स्थानीय कार्यकर्ताओं ने पेड़ों की कटाई का विरोध किया है. वहां पुलिस मौजूद है. मुंबई मेट्रो-3 वह सब कुछ तबाह कर रही है, जिसे भारत ने सयुंक्त राष्ट्र (यूएन) में कहा था.
शिवसेना के नेता शीतल म्हात्रे, शुभा राउल और विधायक सुनील प्रभु लोगों के समर्थन में खड़े हुए हैं. आश्चर्य है कि मुंबई मेट्रो मुंबईकरों के साथ अपराधियों की तरह व्यवहार क्यों नहीं कर रही है और उनकी स्थायी मांग को नहीं सुन रही है.आदित्य ठाकरे, शिवसेना नेता
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार के जलवायु परिवर्तन मंत्रालय को प्लास्टिक प्रदूषण के बारे में बताने या बोलने की क्या आवश्यकता नहीं है, जब मुंबई के फेफड़ों को नष्ट किया जा रहा है.
मुंबई के वर्ली विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रहे 29 साल के आदित्य ठाकरे ने कहा, "मुंबई मेट्रो की ये अहंकारी लड़ाई आरे कॉलोनी को बनाने के उद्देश्य को नष्ट कर रही है."
क्या है आरे के जंगलों का विवाद
BMC की ट्री अथॉरिटी ने 29 अगस्त, 2019 को मुंबई की आरे कॉलोनी में मेट्रो 3 प्रोजेक्ट के लिए कार शेड बनाने की योजना को मंजूरी दी थी. इस शेड के लिए करीब 2600 पेड़ काटे जाने थे. तभी से इस प्रोजेक्ट का विरोध हो रहा है. आम लोगों से लेकर बॉलीवुड सितारे तक इस योजना का विरोध कर रहे हैं.
4 अक्टूबर को तमाम लोगों की उम्मीदों को झटका देते हुए बॉम्बे हाईकोर्ट ने आरे कॉलोनी को ‘जंगल’ घोषित करने की सभी याचिकाओं को खारिज कर दिया.
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