दिल्ली का चुनाव हो, लोकसभा का सत्र हो या नेताओं की रैली शाहीनबाग को लेकर हर तरफ बयानों का दौर जारी है. अब दिल्ली के शाहीनबाग को लेकर एआईएमआईएम के अध्यक्ष और सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने एक बड़ा बयान दिया है. उन्होंने आशंका जताई है कि 8 फरवरी को दिल्ली विधानसभा चुनाव खत्म होने के बाद शाहीनबाग को सरकार जलियांवाला बाग में बदल सकती है.
उनके मुताबिक जिस तरह 1919 में जलियांवाले बाग में अंग्रेजों ने हजारों लोगों का नरसंहार किया था उसी तरह शाहीन बाग में प्रदर्शन कर रहे लोगों को हटाने के लिए सरकार पुलिस बल का इस्तेमाल कर सकती है.
समाचार एजेंसी ANI के मुताबिक, असदुद्दीन ओवैसी ने कहा,
‘8 फरवरी के बाद सरकार की ओर से शाहीनबाग में गोलियां भी चलाई जा सकती हैं. शाहीनबाग को जलियांवाला बाग बनाया जा सकता है. क्योंकि बीजेपी के मंत्री ने गोली मारने की बात की है. सरकार को इस बात का जरूर जवाब देना चाहिए कौन कट्टरता फैला रहा है.’
“हिटलर ने भी दो बार जनगणना कराई थी फिर यहूदियों को गैस चैंबर में डाला था”
वहीं दूसरी ओर ओवैसी ने एनआरसी और एनपीआर को लेकर भी सरकार पर सवाल उठाए हैं. उन्होंने कहा,
“सरकार को इस बात का साफ जवाब देना चाहिए कि 2024 तक एनआरसी को लागू नहीं किया जाएगा. ये लोग एनपीआर पर 3900 करोड़ रुपए क्यों खर्च कर रहे हैं? मैं ऐसा इसलिए महसूस करता हूं क्योकि मैं इतिहास का छात्र हूं. हिटलर के कार्यकाल में भी दो बार जनगणना हुई थी और उसके बाद उसने यहूदियों को गैस चैंबर में डाल दिया. मैं नहीं चाहता हूं कि मेरा देश इस दिशा में जाए.”
बता दें कि दिल्ली के शाहीनबाग में नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी के खिलाफ पिछले 50 दिनों से महिलाएं विरोध प्रदर्शन कर रही हैं. इसके अलावा भी देशभर में करीब हर बड़े शहरों में ये विरोध जारी है. इस विरोध प्रदर्शन में देशभर में करीब 25 लोगों की मौत भी हुई है. ,
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