शाहीन बाग के प्रदर्शनकारियों ने एक तरफ का रास्ता खोल दिया है. इस रास्ते से कार, बाइक और दूसरे वाहन जा सकेंगे.
बता दें दिल्ली-मथुरा रोड पर स्थित शाहीनबाग दिल्ली को नोएडा से जोड़ता है. हालांकि यह नोएडा जाने वाली कई सड़कों में से एक है. यह सड़क दिल्ली को फरीदाबाद से भी जोड़ती है.
सुप्रीम कोर्ट ने नियुक्त किए थे वार्ताकार
बता दें 17 फरवरी को सुप्रीम कोर्ट ने शाहीनबाग के प्रदर्शनकारियों से बातचीत के लिए सुप्रीम कोर्ट की वरिष्ठ वकील साधना रामचंद्रन और संजय हेगड़े को वार्ताकार नियुक्त किया था. दोनों शनिवार तक शाहीनबाग के प्रदर्शनकारियों से चार राउंड की बातचीत कर चुके थे.
वार्ताकारों ने भी सड़क का मुआयना किया था. उन्होंने भी कहा था कि प्रदर्शनकारियों ने एक तरफ की सड़क को जाम नहीं किया था. बल्कि पुलिस ने जगह-जगह बैरिकेड लगाकर इस रास्ते को बंद किया था.
शनिवार को चौथे दौर की बातचीत में साधना रामचंद्रन ने कहा था कि वे सरकार की तरफ से बातचीत के लिए नहीं आई हैं. उन्होंने कहा था, ‘हम यह नहीं कह रहे कि शाहीन बाग को खत्म किया जाना चाहिए. यह बात बिल्कुल साफ होनी चाहिए. शाहीन बाग कायम रहे. हम यहां केवल बात करने आए हैं.’
अगर आप गृहमंत्री से मिलना चाहते हैं, तो आप जा सकते हैं. अगर आप सरकार के पास जाना चाहते हैं, तो जा सकते हैं. लेकिन हम यहां सरकार की तरफ से नहीं आए हैं.प्रदर्शनकारियों से साधना रामचंद्रन
प्रदर्शनकारी दो महीने से ज्यादा वक्त से नागरिकता संशोधन अधिनियम का विरोध करते हुए यहां धरने पर बैठे हुए हैं. महिलाओं के नेतृत्व वाला यह धरना प्रदर्शन पूरे देश में आंदोलन का रूप ले चुका है. अलग-अलग शहरों में शाहीनबाग बनाए गए हैं.
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