राज्यसभा में एक सवाल का जवाब देते हुए केंद्रीय महिला और बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा है कि साल 2022 तक भारत में कुपोषण की एक भी शिकायत नहीं होगी. ईरानी ने कहा कि 'पोषण अभियान' प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ड्रीम प्रोजेक्ट है. इस प्रोजेक्ट का टारगेट साल 2022 में पूरा हो जाएगा. राज्यसभा में आम आदमी पार्टी के सांसद सुशील कुमार गुप्ता ने कुपोषण के मुद्दे पर सरकार से सवाल पूछा था.
‘‘जब हम कुपोषण की बात करते हैं तो उसके साथ सैनिटेशन, साफ पीने का पानी और बाकी कई फैक्टर भी गिने जाते हैं. पोषण अभियान अच्छी गति से अपने टारगेट की तरफ बढ़ रहा है और साल 2022 तक देश में कोई बच्चा कुपोषण से ग्रसित नहीं रहेगा. पोषण अभियान सभी जिलों में तेजी से चल रहा है. मुझे ये कहते हुए भी खुशी होगी कि जब हमने कुपोषण महाकाल अभियान की शुरुआत की थी तब हमारे साथ 25 करोड़ लोग जुड़े थे. फिर जब हमने 8 से 22 मार्च तक ‘पोषण पखवाड़ा’ मनाया तो 44 करोड़ 88 लाख लोगों ने इसे एक बड़ा आंदोलन बनाया.’’
बेहतर मिड डे मील पर है सरकार का फोकस
देश के सरकारी स्कूलों में मिलने वाला मिड डे मील हमेशा खबरों में बना रहता है. मिड डे मील को लेकर उसकी क्वालिटी और साफ सफाई पर सवाल उठते रहे हैं. स्मृति ईरानी के मुताबिक, सरकार मिड डे मील की बेहतरी पर भी फोकस कर रही है ताकि इससे बच्चों को पोषक खाना मिल सके.
'पोषण अभियान जन आंदोलन' बच्चों, प्रेग्नेंट महिलाओं और कुपोषितों को मिलने वाले भोजन की क्वालिटी को तकनीक की मदद से अच्छा करना है.
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