बैंक घोटाले, एससी/ एसटी आरक्षण और अविश्वास प्रस्ताव जैसे मामलों को लेकर केंद्र सरकार को घेरने के लिए विपक्षी पार्टियों ने संसद भवन के बाहर भी विरोध शुरू कर दिया है. तमाम विपक्षी पार्टियों के सांसद सदन के बहार आकर सरकार के खिलाफ नारे लगाते नजर आए.
वहीं कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और सोनिया गांधी भी गुरुवार को बैंक घोटाले के मुद्दे, किसानों के संकट, अविश्वास प्रस्ताव, एससी/एसटी एक्ट के मुद्दे पर सरकार के खिलाफ संसद में बाकी विपक्षी पार्टियों के विरोध-प्रदर्शन में शामिल हुए. कांग्रेस ने सदन की कार्रवाही आगे बढ़ने की भी मांग की है.
कांग्रेस ने अपने सांसदों के लिए व्हिप जारी किया
साथ ही कांग्रेस पार्टी ने अपने सभी राज्यसभा सांसदों को तीन लाइन का व्हिप जारी किया है और सदन में सभी को मौजूद रहने को कहा है.
क्या है सांसदों की मांग?
बता दें कि संसद के दोनों सदनों में गतिरोध जारी रहा और लगातार 20वें दिन में भी किसी भी तरह का काम नहीं हुआ. टीडीपी और वाईएसआर कांग्रेस और कांग्रेस पार्टी ने लोकसभा में नरेंद्र मोदी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव के संबंध में नोटिस दिया है.
विपक्षी पार्टियां बैंक घोटाले के मुद्दे, किसानों के संकट, अविश्वास प्रस्ताव, अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति संरक्षण अधिनियम और एयर इंडिया के विनिवेश जैसे मुद्दे पर सरकार के खिलाफ विरोध कर रही है.
प्रदर्शन कर रहे विपक्षी पार्टियों के सांसद अपने हाथों में तख्तियां ली हुई हैं. इस प्रदर्शन में समाजवादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी, लेफ्ट और कांग्रेस के सांसद मौजूद हैं.
बता दें कि संसद का बजट सत्र 6 अप्रैल को खत्म हो रहा है. वहीं 20 दिनों तक संसद का बजट सत्र हंगामे की वजह से ठप है. हंगामे के चलते अभी तक सदन में किसी भी मुद्दे पर चर्चा नहीं हो सकी है. राज्यसभा में सरकार के कई अहम बिल लटके हुए हैं.
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