रशियन डायरेक्ट इंवेस्टमेंट फंड (RDIF) और पैनेशिया बायोटेक मिलकर भारत में 'स्पूतनिक-V' वैक्सीन का प्रोडक्शन शुरू कर दिया है. इस बात का ऐलान 24 मई को किया गया. RDIF और भारतीय फार्मास्युटिकल कंपनी पैनेशिया बायोटेक मिलकर 10 करोड़ डोज हर साल तैयार करेंगे.
12 अप्रैल को स्पूतनिक-V को इमरजेंसी इस्तेमाल के लिए मंजूरी दी गई थी. 14 मई से इसका वैक्सीनेशन शुरू किया गया था.
इस ऐलान के बाद RDIF के CEO किरिल दिमित्रीव ने कहा कि महामारी से लड़ रहे देश में पैनेशिया बायोटेक के साथ मिलकर वैक्सीन प्रोडक्शन करना अहम कदम है. भारत में कोरोना को रोकने के चल रही कोशिशों में इससे फायदा होगा. बाद में वैक्सीन का एक्सपोर्ट दुनिया के दूसरे देशों में भी किया जाएगा.
पैनेशिया बायोटेक के एमडी डॉ राजेश जैन ने भी प्रोडक्शन को अहम कदम बताते हुए कहते हैं कि इससे भारत और दुनियाभर के लोगों में महामारी को थामकर सामान्य स्थिति लाने में मदद की उम्मीद की जा सकती है.
बता दें कि पिछले हफ्ते ही फार्मास्युटिकल कंपनी शिल्पा मेडिकेयर ने स्पूतनिक-V वैक्सीन का प्रोडक्शन बढ़ाने के लिए साझेदारी की थी.
पिछले साल स्पूतनिक-V के क्लिनिकल ट्रायल के लिए RDIF और हैदराबाद के डॉ रेड्डी लैबोरेटरी ने पार्टनरशिप की थी. भारत को अबतक इस कोविड-19 वैक्सीन की दो खेप मिल चुकी है.
वैक्सीन की कीमत कितनी है?
रूस की स्पूतनिक V वैक्सीन को भारत समेत 60 से ज्यादा देशों में इस्तेमाल की मंजूरी मिल चुकी है. इससे पहले कंपनी की तरफ से प्रेस नोट जारी करते हुए बताया गया था कि रूसी स्पूतनिक वी वैक्सीन का फिलहाल प्राइस 948 रुपये + 5% GST प्रति डोज तय किया गया है, जो करीब ₹995 के आसपास होगा.
कितनी कारगर है स्पूतनिक लाइट?
बता दें कि स्पूतनिक लाइट एक सिंगल शॉट वैक्सीन है. इसे कुछ ही दिन पहले रूस में लॉन्च किया गया. कंपनी का दावा है कि ये एक डोज वाली वैक्सीन काफी ज्यादा कारगर है. दावा है कि स्पूतनिक लाइट कोरोना मरीजों पर 79.3% कारगर है, जो कि कई टू-शॉट वैक्सीन से भी ज्यादा है. कंपनी ने बताया है कि स्पूतनिक लाइट वैक्सीन मौजूदा सभी नए स्ट्रेन के खिलाफ भी प्रभावी है.
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