करतारपुर कॉरिडोर के शिलान्यास के लिए सीमापार पाकिस्तान से कई मंत्रियों को न्योते आए हैं. जिनमें से एक नाम विदेश मंत्री सुषमा स्वराज का भी है लेकिन सुषमा ने 28 नवंबर को होने वाले इस समारोह में हिस्सा लेने से इनकार कर दिया. उन्होंने शनिवार रात ट्वीट कर इसकी जानकारी दी.
सरकार के ये प्रतिनिधि होंगे शामिल
सुषमा स्वराज ने खुद को करतारपुर कॉरिडोर के शिलान्यास पर इनवाइट करने के लिए पाकिस्तान सरकार को धन्यवाद दिया. उन्होंने कहा, मैं तय तारीख को करतारपुर साहिब पहुंचने में असमर्थ हूं. लेकिन भारत के प्रतिनिधि के तौर पर वहां मेरे सहयोगी हरसिमरत कौर बादल और हरदीप सिंह पुरी मौजूद रहेंगे. विदेश मंत्री ने अपने दूसरे ट्वीट में कहा, हमें पाकिस्तान सरकार से उम्मीद है कि उनकी तरफ से कॉरिडोर का निर्माण सुनिश्चित होगा, जिससे जितनी जल्दी हो सके हमारे देश के लोग करतारपुर साहिब के दर्शन कर पाएं.
पाक विदेश मंत्री ने भेजा था न्योता
पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने करतारपुर कॉरिडोर के शिलान्यास के लिए भारतीय विदेश मंत्री को न्योता दिया था. कुरैशी ने ट्वीट कर जानकारी दी, मैं विदेश मंत्री सुषमा स्वराज, नवजोत सिंह सिद्धू और पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह को करतारपुर कॉरिडोर के शिलान्यास समारोह में आने का न्योता देता हूं.
भारत सरकार ने लिया था फैसला
इससे पहले भारत सरकार ने कैबिनेट बैठक में करतारपुर कॉरिडोर बनाने को मंजूरी दी थी. बता दें कि गुरु नानक देव की 550वीं जयंती पर करतारपुर साहिब तक कॉरिडोर का बनाने का फैसला लिया गया है. यह कॉरिडोर गुरदासपुर के डेरा बाबा नानक से पाकिस्तान से सटी सीमा तक किया जाएगा. उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू 26 नवंबर को इस कॉरिडोर की आधारशिला रखेंगे. जिसमें पंजाब के मुख्यमंत्री सहित कई केंद्रीय मंत्री भी शामिल होंगे.
सिद्धू-इमरान की दोस्ती
पाकिस्तान के नए पीएम इमरान खान ने अपने प्रधानमंत्री शपथ ग्रहण सामारोह में अपने दोस्त नवजोत सिंह सिद्धू को आमंत्रित किया था. तब पूरी दुनिया ने दोनों की दोस्ती देखी थी. लेकिन अब एक बार फिर दोनों एक मंच पर होंगे. गुरुवार को सिद्धू ने कॉरिडोर को लेकर इमरान खान को धन्यवाद कहा था. उन्होंने कहा, “धन्यवाद इमरान, हम इस सकारात्मक कदम का स्वागत करते हैं. यह मानवता की एक बड़ी सेवा है. अब सिद्धू एक बार फिर करतारपुर कॉरिडोर के शिलान्यास में शामिल होने जा रहे हैं. बता दें कि दोनों ही क्रिकेट की पिच से अब राजनीति की पिच पर उतरे हैं.”
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