मुंबई पुलिस के पूर्व कमिश्नर परमबीर सिंह (Param Bir Singh) पिछले कई हफ्तों से लापता चल रहे थे, लेकिन सुप्रीम कोर्ट से राहत मिलने के बाद वो वापस लौट चुके हैं. अब ठाणे कोर्ट से भी उन्हें राहत मिली है. कोर्ट ने उनके खिलाफ जारी किए गए गैर जमानती वारंट को रद्द कर दिया है. परमबीर सिंह मुंबई आने के बाद कोर्ट के सामने भी पेश हुए, जिसके बाद कोर्ट ने ये फैसला लिया.
सुप्रीम कोर्ट से मिली थी राहत
हालांकि कोर्ट ने इस वारंट को रद्द करते हुए पूर्व पुलिस कमिश्नर को सख्त निर्देश दिए कि उन्हें जांच में पूरा सहयोग करना होगा. जब भी पुलिस उन्हें पूछताछ के लिए बुलाए उन्हें पेश होना होगा. इसके अलावा उन्हें 15000 रुपये का एक पर्सनल बॉन्ड भरने के भी निर्देश दिए गए.
हालांकि दो अन्य कोर्ट की तरफ से भी परमबीर सिंह के खिलाफ वसूली मामले को लेकर वारंट जारी किए गए हैं. जिन्हें अब तक रद्द नहीं किया गया है.
बता दें कि परमबीर सिंह के खिलाफ कई मामलों में करोड़ों रुपये की वसूली के आरोप हैं. लेकिन इन आरोपों के बाद वो फरार हो गए, पुलिस ने हर जगह उन्हें खोजा, लेकिन उनका कोई सुराग हाथ नहीं लगा. इसके बाद परमबीर सिंह ने वकील के जरिए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की.
सुप्रीम कोर्ट ने परमबीर सिंह से पूछा कि पहले वो बताएं कि कहां छिपे हैं. क्या वो विदेश भाग गए हैं, अगर ऐसा है तो हम यहां से उन्हें राहत कैसे दे सकते हैं? दूसरी सुनवाई के दिन वकील की तरफ से बताया गया कि परमबीर सिंह भारत में ही हैं. इसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें गिरफ्तारी से राहत दी और वो मुंबई वापस लौट आए.
पुलिस कर रही है पूछताछ
मुंबई लौटने के बाद परमबीर सिंह रोजाना पुलिस के सामने बयान दर्ज कराने के लिए पहुंच रहे हैं. फिलहाल उनसे पूछताछ चल रही है. इसी बीच मुंबई हमलों की बरसी के मौके पर एक रिटायर्ड एसपी ने दावा किया है कि परमबीर सिंह ने पकड़े गए आतंकी कसाब के फोन को नष्ट कर दिया था. उसे सबूत के तौर पर भी पेश नहीं किया गया.
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