राज बब्बर ने कहा, हर हाल में लड़ूंगा किसानों की लड़ाई
उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राज बब्बर ने कहा है कि वह किसानों की लड़ाई को हर हालत में लड़ेंगे और किसानों को उनका न्याय दिलाकर रहेंगे. गाजियाबाद मंडोला किसानों को समर्थन देने पहुंचे राज बब्बर को प्रशासनिक अधिकारियों ने लोनी सीमा में घुसते ही रोक लिया, जिसके बाद राज बब्बर सड़क पर ही धरने पर बैठ गए और इसके बाद मंडोला पहुंच गए.
इसके बाद उन्हें पीएसी की गाड़ी में हिरासत में लेकर पुलिस लाइन ले जाया गया है. किसान आंदोलन पर राज बब्बर ने स्पष्ट तौर पर कहा है कि वह किसानों की इस लड़ाई को हर हालत में लड़ेंगे और किसानों को न्याय दिलाकर रहेंगे.
बरेलीः नगर पालिका की नवनिर्वाचित चेयरमैन के खिलाफ देशद्रोह का मुकदमा दर्ज
उत्तर प्रदेश के बरेली जिले की नगर पालिका परिषद नवाबगंज की चेयरमैन शहला ताहिर और उनके पति समेत 500 अज्ञात लोगों के खिलाफ देशद्रोह का मुकदमा दर्ज किया गया है. नगर पालिका परिषद नवाबगंज चेयरमैन के पद पर निर्वाचित शहला ताहिर के विजय जुलूस में पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाए जाने का आरोप है.
पुलिस सूत्रों ने बताया कि हाल में हुए नगरपालिका चुनाव में नवाबगंज कस्बे के स्टैंडर्ड मोरल पब्लिक स्कूल में बने मतदान केंद्र पर हुए पथराव में बीजेपी जिलाध्यक्ष रविंद्र सिंह राठौर के समर्थक विजय राठौर घायल हो गए थे. उन्होंने चेयरमैन शहला और उनके समर्थकों पर जानलेवा हमले का मामला दर्ज कराया था.
हाई कोर्ट से गिरफ्तारी पर स्टे मिलने के बाद जब वह 23 दिसंबर 2017 को नवाबगंज आईं तो उनके समर्थकों ने विजय जुलूस में पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाए.
वीडियो वायरल होने पर विहिप के नेता अखिलेश गंगवार ने वीडियो की सीडी पुलिस को सौंपी. सीडी की फॉरेंसिंक लैब से जांच कराई गई थी, जिसमें लगाए गए आरोपों की पुष्टि हुई है.
बाराबंकी में जहरीली शराब पीने से 10 की मौत
यूपी के बाराबंकी जिले के देवा और रामनगर थाना क्षेत्र में 24 घंटे के अंदर 10 लोगों की मौत हो गई. सभी को पेट दर्द और उल्टी-दस्त की शिकायत पर अस्पताल में भर्ती कराया गया था. मौतों का कारण जहरीली शराब पीना बताया जा रहा है. डीएम अखिलेश तिवारी ने आबकारी विभाग और एसडीएम को जांच के निर्देश दिए हैं. प्रशासन का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही स्थिति साफ होगी.
देवा कोतवाली क्षेत्र के देवगांव के नौमीलाल (40) पुत्र गंगाराम को मंगलवार की रात दो बजे अस्पताल में भर्ती कराया गया, जिसकी 20 मिनट बाद मौत हो गई. इसके बाद एक-एक कर मौतों का सिलसिला जारी रहा. पुलिस ने सलारपुर के रामनरेश के पिता अजरुन को हिरासत में ले लिया है. मरने वालों में आठ देवा और दो रामनगर थाना क्षेत्र के निवासी हैं. इसमें सात का पोस्टमार्टम कराया जा रहा, जबकि तीन का अंतिम संस्कार कर दिया गया. बताया जाता है कि सोमवार - मंगलवार की रात सलारपुर निवासी रामनरेश के यहां दावत थी. अजरुन ने बताया कि सभी ने मीट बनाया था और शराब पी थी.
राज्यपाल ने कहा, ‘लोगो’ का दुरुपयोग रोकने को बने कानून
यूपी विधानसभा के लोगो के अवैध प्रयोग पर रोक लगाने की पहल के बाद राज्यपाल राम नाईक ने बुधवार को राज्य सरकार के प्रतीक चिह्न (लोगो) के उपयोग के संदर्भ में कानून बनाने का सुझाव दिया है. राज्यपाल ने प्रतीक चिह्न के दुरुपयोग को देखते हुए यह चिंता जताई है. बुधवार को राज्यपाल ने मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर कहा है कि राज्य सरकार के प्रतीक (दो मछलियों वाला लोगो) चिह्न के अनधिकृत प्रयोग को रोकने के लिए प्रदेश में कानून बनाएं.
नाईक का कहना है कि लोगो का प्रयोग गरिमा और अधिकारिता का प्रतीक है. कानून अथवा राज्य सरकार द्वारा अधिकृत किए बिना किसी व्यक्ति द्वारा इसका उपयोग करना अनुचित है. पत्र में यह भी कहा है कि उप्र में राज्य सरकार के प्रतीक चिह्न के प्रयोग के संबंध में कोई कानून नहीं है, जिससे इसके उपयोग के बारे में जानकारी प्राप्त हो सके कि किन-किन महानुभावों द्वारा इसका प्रयोग किया जा सकता है. कौन इसका प्रयोग नहीं कर सकता है.
जीएसटी की चोरी में यूपी अव्वल
जुलाई से लागू हुए जीएसटी के अब तक के छह महीने में प्रदेश में टैक्स चोरी के 8413 मामलों की जांच की गई है. इस दौरान देश में जीएसटी को लेकर की गई कुल 17,527 जांचों में करीब आधे मामले उत्तर प्रदेश के हैं. इन छापों से करीब 100 करोड़ रुपये का राजस्व प्रदेश सरकार के पास पहुंचा है. एक ओर, विभाग इसे उपलब्धि मानकर पीठ थपथपा रहा है, जबकि यह मानने वाले भी बहुत हैं कि जीएसटी में तेजी से बढ़ी टैक्स चोरी के कारण छापों की संख्या भी बढ़ी है.
हालांकि, जीएसटी के एडीशनल कमिश्नर विवेक कुमार इसे प्रदेश में समय से उठाए गए कदमों का नतीजा मान रहे हैं. वह बताते हैं कि कई राज्य अब भी जीएसटी काउंसिल द्वारा एक फरवरी से लागू होने वाले ई-वे बिल का इंतजार कर रहे हैं, जबकि उत्तर प्रदेश में यह पिछले साल 16 अगस्त से लागू कर दिया गया. इसी का नतीजा है कि बिना आवश्यक प्रपत्र के माल लाने-ले जाने वाले कारोबारी अन्य प्रदेशों में बेरोकटोक काम करते रहे, जबकि यहां उन्हें कार्रवाई का सामना करना पड़ा. यह कार्रवाई भी इसीलिए संभव हुई, क्योंकि प्रदेश में पिछले साल अक्टूबर से प्रवर्तन कार्य शुरू कर दिया गया था.
अंधविश्वास तोड़ने फिर नोएडा आ रहे हैं CM योगी
सीएम योगी आदित्यनाथ गुरुवार को दिल्ली आ रहे हैं. रात में यूपी सदन में रुकने के बाद वह शुक्रवार को एक बार फिर से नोएडा आ रहे हैं. अंधविश्वास को तोड़ने के लिए योगी का यह 23 दिसंबर के बाद तीसरा दौरा है. सीएम नोएडा के गौतमबुद्ध विश्वविद्यालय में आयोजित होने वाले पांच दिवसीय (12 -16 जनवरी) नेशनल यूथ फेस्टिवल का उद्घाटन करने आ रहे हैं.
सीएम के इस दौरे को नोएडा का अंधविश्वास तोड़ने के तौर पर देखा जा रहा है. माना जा रहा है कि योगी आदित्यनाथ 20 दिन के भीतर तीसरी बार नोएडा आकर जिले का अंधविश्वास तोड़ेंगे. इससे पहले वह 25 दिसंबर को आए थे, जब पीएम मोदी ने मजेंटा लाइन का उद्घाटन किया. दरअसल, इस तरह का अंधविश्वास है कि जो भी मुख्यमंत्री नोएडा आता है, उसकी कुर्सी चली जाती है.
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