उन्नाव रेप पीड़िता के साथ 28 जुलाई की दोपहर हुए 'सड़क हादसे' पर लगातार कई तरह के सवाल उठ रहे हैं. मसलन, ट्रक की नंबर प्लेट पर कालिख क्यों पुती थी? घटना के वक्त सुरक्षाकर्मी पीड़िता के साथ क्यों मौजूद नहीं थे?
ऐसे ही सवालों का जवाब देने के लिए ADG लखनऊ जोन राजीव कृष्णा 29 जुलाई को सामने आए. इस दौरान उन्होंने कहा, ''निश्चित तौर पर यह घटना एक्सीडेंट थी, एक्सीडेंट के पीछे कोई षड़यंत्र था या नहीं, इस बात की जांच चल रही है.'' इसके अलावा उन्होंने कुछ बड़े सवालों पर ये जवाब दिए:
ट्रक की नंबर प्लेट पर क्यों पुती थी कालिख?
ADG लखनऊ जोन राजीव कृष्णा ने बताया, ‘’गाड़ी (ट्रक) के मालिक का कहना है कि उसने ये गाड़ी फाइनेंस करा रखी थी. उसने जिन लोगों से फाइनेंस कराया था, उनको पैसे नहीं दिए थे. इसलिए नंबर छिपा रखे थे.’’ इसके साथ ही उन्होंने कहा कि ट्रक मालिक के इस दावे की जांच की जा रही है.
पीड़िता के साथ सुरक्षाकर्मी क्यों नहीं थे?
राजीव कृष्णा के मुताबिक, घटना के वक्त पीड़िता के साथ सुरक्षाकर्मियों के ना होने के मामले में प्रथम दृष्टया सुरक्षाकर्मियों की गलती सामने नहीं आई. उन्होंने कहा कि सुरक्षाकर्मियों ने बताया है कि पीड़िता का परिवार उन्हें कार में कम जगह होने की वजह से साथ नहीं ले गया था. सुरक्षाकर्मियों के मुताबिक, परिवार ने उनसे कहा था कि वे 4 लोग कार में जा रहे हैं और उन्हें एक व्यक्ति को रायबरेली से साथ लेना है.
क्या पीड़िता के साथ मौजूद सभी लोग सीबीआई के गवाह थे?
राजीव कृष्णा ने उन रिपोर्ट्स को खारिज किया है, जिनमें कहा जा रहा था कि पीड़िता के साथ कार में सवार सभी लोग उन्नाव रेप केस में सीबीआई के गवाह थे. उन्होंने बताया कि एक मृतका (पीड़िता की चाची) और पीड़िता को छोड़कर बाकी कोई भी सीबीआई का गवाह नहीं था.
कैसे हुई कार और ट्रक की टक्कर?
ADG लखनऊ जोन के मुताबिक, कार (जिसमें उन्नाव रेप पीड़िता थी) और ट्रक की टक्कर आमने-सामने से हुई. उन्होंने कहा कि यह घटना 28 जुलाई को दोपहर 1 बजे के करीब हुई. ट्रक ड्राइवर ने पुलिस को बताया है कि उस वक्त तेज बारिश हो रही थी और रोड पर डिवाइडर नहीं था. राजीव कृष्णा ने बताया कि ट्रक रायबरेली से फतेहपुर जा रहा था और कार उन्नाव से रायबरेली की तरफ जा रही थी. हालांकि उन्होंने कहा कि इन बातों की जांच चल रही है.
राजीव कृष्णा ने बताया- टायरों के निशान, चश्मदीद और बाकी सबूतों के आधार पर असल घटनाक्रम साफ हो जाएगा. घटना को रीक्रिएट किया जा रहा है.
क्या पुलिस की रडार पर उन्नाव रेप केस का आरोपी विधायक भी है?
पुलिस ने ट्रक के ड्राइवर, क्लीनर और मालिक को कस्टडी में ले लिया है. उसने इन सबके मोबाइल नंबर भी ले लिए हैं. राजीव कृष्णा ने बताया कि पिछले समय में इन लोगों का जिनसे भी का संपर्क हुआ है, उसे लेकर भी वेरिफिकेशन चल रहा है.
इसके अलावा उन्होंने बताया, ‘’ट्रक के ड्राइवर, क्लीनर और मालिक के नंबर का मिलान उन्नाव रेप केस के आरोपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर और उनके सहयोगियों के नंबरों से किया जा रहा है.’’
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