उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के मथुरा (Mathura) में रविवार, 17 जुलाई को कूड़े की गाड़ी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तस्वीर ले जाते हुए बॉबी नाम का एक सफाई कर्मचारी देखा गया था. घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद संविदा सफाई कर्मचारी को बर्खास्त कर दिया गया था. अब यह सफाई कर्मचारी योगी आदित्यनाथ और नगर निगम के अधिकारियों से गुहार लगा रहा है कि उसके परिवार का भरण पोषण कैसे होगा.
बर्खास्त किए गए सफाई कर्मचारी बॉबी की 3 लड़की और दो लड़के हैं और अपनी फैमली में बॉबी अकेला कमाने वाला है.
संविदा पर सफाईकर्मी की नौकरी छिन जाने की स्थिति में अब बॉबी का परिवार भूखों मरने की कगार पर आ गया है.
बॉनी ने अपनी व्यथा बताते हुए कहा कि
मेरा काम तो सफाई करना है और जहां-जहां कूड़े का ढेर मिलता है, मैं वहीं से कूड़ा उठा कर अपनी गाड़ी में भरकर ले जाता हूं. उस दिन कूड़े के ढेर में कई तस्वीरें दबी हुई थी, जिन्हें मैं नही देख पाया और कूड़े के साथ उन तस्वीरों को अपनी गाड़ी में भर लिया. इसका किसी ने वीडियो बनाकर वायरल कर दिया.
नगर निगम द्वारा बर्खास्त किए जाने के बाद से बॉबी बेहद परेशान है. उसने कहा कि अगर कूड़ें में तस्वीर मिली तो मेरा इसमें क्या कसूर है, अब मेरे परिवार का क्या होगा?
'पढ़े-लिखे लोगों को भी सोचना चाहिए'
सफाई कर्मचारी बॉबी की पत्नी ने कहा कि एक सवाल यह खड़ा होता है कि बॉबी तो अनपढ़ है और सिर्फ चौथी क्लास तक पढ़ा हुआ है लेकिन यह उन लोगों को भी सोचना चाहिए जो पढ़े-लिखे होकर मुख्यमंत्री योगी और प्रधानमंत्री मोदी जी की तस्वीर को कूड़े में फेंकते हैं. उन्होंने आगे सवाल करते हुए कहा कि बॉबी का इसमें क्या कसूर है?
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