फर्जी पीएमओ का अफसर बताकर कश्मीर (Kashmir) में सुरक्षा के साथ यात्रा करने वाले किरण पटेल के तर्ज पर उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में भी एक नटवरलाल को गिरफ्तार किया गया है. गाजीपुर (Ghazipur) के रहने वाले संजय प्रकाश राय उर्फ संजय शेरपुरिया को UP पुलिस की एसटीएफ टीम ने कानपुर रेलवे स्टेशन से 25 अप्रैल को गिरफ्तार किया.
संजय राय पर आरोप है कि वो अपनी पहुंच सरकार और बड़े अधिकारियों तक दिखाकर लोगों को झांसे में लेकर धन उगाही करता है. एसटीएफ इंस्पेक्टर सचिन कुमार की तहरीर पर संजय राय के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 420, 467, 468, 471 और सूचना प्रौद्योगिकी (संशोधन) अधिनियम 2008 की धारा 66D के तहत लखनऊ के विभूति खंड थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है.
सोशल मीडिया पर संजय अपनी तस्वीरें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर, बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा और संघ प्रमुख मोहन भागवत समेत कई प्रभावशाली राजनेताओं के साथ साझा किया है. कर रखी है. उसके खिलाफ दर्ज मुकदमे में यह आरोप लगा है कि वो अनाधिकारिक रूप से प्रधानमंत्री और केंद्रीय मंत्रियों के साथ फोटो का इस्तेमाल कर भ्रामक तथ्यों के आधार पर निजी लाभ के लिए धोखाधड़ी करता था. संजय की गिरफ्तारी और इस मामले के मीडिया में आने के बाद उसके सभी सोशल मीडिया अकाउंट निष्क्रिय कर दिए गए हैं.
संजय राय के खिलाफ शिकायतकर्ता एसटीएफ इंस्पेक्टर सचिन कुमार ने अपनी तहरीर में लिखा लिखा है कि संजय का मुख्य कार्य लोगों को अपनी पहुंच सरकार एवं बड़े अधिकारियों तक दिखाकर झांसे में लेकर धन उगाही करना है. इसके अलावा मनी लॉन्ड्रिंग, हवाला तथा टैक्स चोरी जैसे आपराधिक कामों में ये शामिल है.
अकाउंट में 6 करोड़ आने के बाद IB की रडार
सूत्रों के मुताबिक संजय की ठगी का कारोबार उत्तर प्रदेश, दिल्ली सहित गुजरात तक फैला हुआ है. कई बैंकों द्वारा कर्ज ना चुका पाने के मामले में उसको डिफॉल्टर घोषित किया जा चुका है. हालांकि संजय पर केंद्रीय जांच एजेंसियों की नजर पहली बार तब गई, जब उसके द्वारा प्रचारित एक फाउंडेशन के खाते में 6 करोड़ प्राप्त हुए थे.
संजय द्वारा Youth Rural Entrepreneur Foundation प्राइवेट लिमिटेड कंपनी डमी डायरेक्टर के नाम से रजिस्टर्ड है, जिसमें वह स्वयं किसी पद पर नहीं है. वह सोशल मीडिया पर इस कंपनी के प्रमुख कर्ताधर्ता के रूप में खुद को प्रचारित करता है.
जांच एजेंसियों द्वारा कंपनी के यूनियन बैंक खाता की डिटेल प्राप्त की गई तो पता चला कि 21 और 23 जनवरी 2023 को खाते में 6 करोड़ रूपए प्राप्त हुए हैं.
एसटीएफ द्वारा पूछताछ में उसने बताया कि यह पैसा उसको उद्योगपति गौरव डालमिया ने दिया है. संजय के खिलाफ दर्ज एफआईआर के मुताबिक डालमिया के खिलाफ वित्तीय अनियमितता के लिए केंद्रीय एजेंसियां जांच कर रही थी. इसी केस को खत्म करवाने के लिए उसने यह पैसा संजय को दिया था.
अलग नाम पते के कई डॉक्यूमेंट बरामद
तलाशी के दौरान संजय राय के पास से उसके नाम के दो अलग-अलग पते के आधार कार्ड प्राप्त हुए हैं. पहले आधार कार्ड पर गुड़गांव का एड्रेस, तो वहीं दूसरे पर दिल्ली राइडिंग क्लब, मध्य दिल्ली एड्रेस है.
उसके पास से तीन अलग-अलग मेंबरशिप कार्ड- दिल्ली जिमखाना, वाईएमसीए इंटरनेशनल सेंटर और क्लब 19 तथा डिप्टी कमिश्नर ऑफ पुलिस की मोहर लगी मूवमेंट पास बरामद हुई है.
एसटीएफ के मुताबिक पूछताछ में संजय बताया कि उसने अलग नाम और पते से कई आधार कार्ड, वोटर आईडी कार्ड और मेंबरशिप कार्ड बनवाए गए हैं. जरूरत के हिसाब से अलग-अलग लोगों को अलग-अलग आईडी कार्ड देकर ठगी करता है, जिससे उसकी सही पहचान स्थापित ना हो पाए और वह आसानी से पहचाना ना जा सके.
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