प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) के संसदीय क्षेत्र वाराणसी (Varanasi) में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय से जारी किया गया एक पत्र शनिवार, 10 जून को चर्चा का विषय बना हुआ है. इस पत्र में उन शिक्षकों से स्पष्टीकरण मांगा गया है, जो बिना बताए प्रदेश या जिला मुख्यालय से बाहर गए हुए हैं. बता दें कि प्रदेश के विद्यालयों में मौजूदा वक्त में ग्रीष्मकालीन अवकाश चल रहा है, विद्यालयों के पढ़ाई-लिखाई बंद हैं. ऐसे में शिक्षक गर्मी की छुट्टी बिताने बाहर गए हुए हैं.
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय से लेटर जारी होने के बाद से बाहर गए शिक्षकों की परेशानी बढ़ गई है. उन्हें समझ नहीं आ रहा कि ग्रीष्मकालीन अवकाश में भी जानकारी देकर जिला मुख्यालय छोड़ने का मतलब क्या है.
हालांकि इस संबंध में वाराणसी जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने कहा
सभी शिक्षकों को यह जानकारी पहले से थी कि बिना कार्यालय अध्यक्ष को बताए जिला मुख्यालय या प्रदेश नहीं छोड़ना है. अब स्पष्टीकरण आने के बाद वैधानिक कार्रवाई की जाएगी.
क्या है पूरा मामला?
वाराणसी के जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने कार्यालय से पत्र जारी कर समस्त खण्ड शिक्षा अधिकारी को आदेश दिया कि ग्रीष्मकालीन अवकाश होने की वजह से विद्यालय बंद है और सभी शिक्षकों को अवकाश अवधि में जिला मुख्यालय से बाहर जाने के लिए मना किया गया है. अगर किसी विशेष परिस्थिति में जाना जरूरी है तो परमीश लेकर ही जाने की छूट दी गयी थी.
आमतौर पर यह देखा जा रहा है कि ज्यादा संख्या में शिक्षक ग्रीष्मकालीन अवकाश में प्रदेश से बाहर घूमने गए हैं. जबकि जनपद में जी-20 परिवार सर्वेक्षण, अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस जैसे महत्वपूर्ण प्रोग्राम चल रहे हैं.
वाराणसी जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी डॉ. अरविन्द कुमार पाठक ने कहा कि 'ग्रीष्मकालीन अवकाश में बिना अनुमति के प्रदेश से बाहर घूमने गए ऐसे शिक्षकों की सूची तैयार कर सभी को इस निर्देश के साथ भेजा है कि लिस्ट में शामिल सभी शिक्षकों से स्पष्टीकरण प्राप्त करें कि बिना अनुमति के किन परिस्थितियों में जिला मुख्यालय से बाहर गए हैं. इन अध्यापकों के खिलाफ अनुशासनिक कार्रवाई कर पत्रावली प्रस्तुत करें.
"जिला मुख्यालय छोड़ना अनुशासनहीनता"
वाराणसी के जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी डॉ. अरविंद कुमार पाठक ने कहा कि अवकाश नियम के तहत कार्यालय अध्यक्ष को बताए बिना शिक्षकों का मुख्यालय छोड़ना अनुशासनहीनता है. उन्होंने ऐसे शिक्षकों को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है. उनका कहना है कि स्पष्टीकरण आने के बाद संतुष्ट न होने पर उनके ऊपर वैधानिक कार्रवाई करेंगे.
स्कूलों में भले ही गर्मी का अवकाश चल रहा है लेकिन वाराणसी में सरकारी आयोजनों की तैयारी चल रही है. ऐसे में इनकी भी जिम्मेदारी बनती है कि जिला मुख्यालय छोड़ने से पहले कार्यालय अध्यक्ष को जानकारी दें.डॉ.अरविंद कुमार पाठक, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी, वाराणसी
(इनपुट- चंदन पांडेय)
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