बैंकों का करीब 9000 करोड़ लेकर विदेश भाग चुके शराब कारोबारी विजय माल्या ने बैंकों को मूलधन चुकाने का ऑफर दिया है. माल्या ने बुधवार सुबह ट्वीट कर कहा है कि वह भारतीय बैकों का पूरा कर्ज चुकाने को तैयार हैं.
माल्या का यह ट्वीट अग्सतावेस्टलैंड मामले में क्रिश्चियन मिशेल के प्रत्यर्पण के बाद आया है. बता दें कि विजय माल्या भी प्रत्यर्पण को लेकर ब्रिटेन में कानूनी लड़ाई लड़ रहा है. विजय माल्या ने कहा कि उसके ब्रिटेन से भारत में प्रत्यर्पण के मामले में कानून अपना काम करेगा लेकिन वह "जनता के पैसों" का 100 प्रतिशत भुगतान करने के लिए तैयार है.
मैंने देखा है कि मेरे प्रत्यर्पण के फैसले को लेकर मीडिया में कई चर्चाएं चल रही हैं. यह अलग मामला है और इसमें कानून अपना काम करेगा. जनता का पैसा सबसे जरूरी चीज है और मैं 100 प्रतिशत पैसे वापस करने की पेशकश कर रहा हूं. मैं बैंकों और सरकार से अनुरोध करता हूं कि वो इस पेशकश को स्वीकार करें.
विजय माल्या ने ट्वीट कर कहा-
पिछले तीन दशकों तक सबसे बड़े शराब समूह किंगफिशर ने भारत में कारोबार किया है. इस दौरान कई राज्यों की मदद भी की है. किंगफिशर एयरलाइंस भी सरकार को भरपूर भुगतान कर रही थी. लेकिन शानदार एयरलाइंस का दुखद अंत हुआ, लेकिन फिर भी मैं बैंकों को भुगतान करना चाहता हूं जिससे उन्हें कोई घाटा न हो. कृपया इस ऑफर को स्वीकार करें.
माल्या पर कई बैंकों का 9000 करोड़ रुपये से ज्यादा का कर्ज है. यह कर्ज उसकी कंपनी फिंगफिशर एयरलाइंस को दिया गया था. माल्या मार्च 2016 में देश छोड़कर ब्रिटेन चला गया था.
माल्या ने दावा किया कि नेताओं और मीडिया ने उसे गलत तरीके से "डिफॉल्टर" के रूप में पेश किया. माल्या ने अपने ट्वीट में कहा-
माल्या ने पक्षपात का आरोप लगाते हुए कहा-
नेता और मीडिया लगातार चिल्ला-चिल्लाकर मुझे डिफॉल्टर कह रहे हैं, जो कि सरकारी बैंकों का पैसा लेकर फरार हो गया. यह सब झूठ है. मेरे साथ उचित बर्ताव क्यों नहीं किया जाता है. मैंने कर्नाटक हाई कोर्ट के समक्ष जो व्यापक समाधान प्रस्ताव रखा था, उसका इसी तरह से प्रचार-प्रसार क्यों नहीं किया गया. दुखद.
माल्या ने दावा किया कि वह 2016 से बैंकों की बकाया राशि का निपटान करने के लिए पेशकश कर रहा था.
माल्या ने किंगफिशर एयरलाइंस की हालत बिगड़ने को लेकर कहा-
विमान ईंधन (एटीएफ) की कीमतों में तेजी के कारण एयरलाइंस कंपनी को वित्तीय दिक्कतों का सामना करना पड़ा. किंगफिशर ने एटीएफ के अब तक के सबसे ऊंचे स्तर 140 डॉलर प्रति बैरल का भी सामना किया, जिसके चलते कंपनी का घाटा बढ़ता गया और बैंकों का पैसा इसी में जाता रहा. मैं बैंकों को मूल रकम का 100 प्रतिशत लौटाने की पेशकश करता हूं. कृपया इसे स्वीकार करें.
माल्या पर कई बैंकों का 9000 करोड़ रुपये से ज्यादा का कर्ज है. यह कर्ज उसकी कंपनी फिंगफिशर एयरलाइंस को दिया गया था. माल्या मार्च 2016 में देश छोड़कर ब्रिटेन चला गया था.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)