कुख्यात गैंगस्टर विकास दुबे को उज्जैन से कानपुर लाने वाली टीम का एक सिपाही कोरोना पॉजिटिव निकला है. वह सिपाही शुक्रवार सुबह कानपुर के पास भौंती हाईवे पर दुर्घटनाग्रस्त होने वाली कार में भी सवार है. उस गाड़ी में विकास के अलावा चार अन्य पुलिसकर्मी भी थे.
जो सिपाही कोरोना पॉजिटिव निकला है, वह गाड़ी के एक्सीडेंट में घायल भी हुआ था. सिपाही की रिपोर्ट शनिवार को देर रात आई है. अब बाकी के चार सिपाहियों को भी कोरोना पॉजिटिव होने का खतरा पैदा हो गया है.
बता दें पुलिस के दावे में इसी दुर्घटनाग्रस्त गाड़ी का जिक्र है, जिसके पलटने के बाद विकास ने 'भागने की कोशिश' की थी. तभी पुलिसकर्मियों के साथ उसकी 'मुठभेड़' में गोली लगने से जान चली गई.
उज्जैन से हुई थी विकास की गिरफ्तारी
उससे पहले गुरुवार सुबह विकास की गिरफ्तारी मध्यप्रदेश के उज्जैन में स्थित महाकाल मंदिर से हुई थी. कुछ विश्लेषकों के हवाले से कहा जा रहा था कि विकास ने एनकाउंटर से बचने के लिए सार्वजनिक तौर पर सरेंडर करने की रणनीति अपनाई थी. बता दें विकास के साथ मुठभेड़ में शामिल कुछ साथियों का पुलिस ने एनकाउंटर कर दिया था.
विकास का शुक्रवार शाम को अंतिम संस्कार भी कर दिया गया. इस दौरान एक सवाल के जवाब में उसकी पत्नी ने विकास के अंजाम को सही बताया.
विकास के एनकाउंटर पर उठ रहे सवाल
विकास के एनकाउंटर पर लोग लगातार सवाल उठा रहे हैं. प्रियंका गांधी, राहुल गांधी से लेकर अखिलेश यादव और मायावती ने भी विकास के एनकाउंटर की जांच कराई जाने की मांग की.
एनकाउंटर पर सवाल उठाने वालों का कहना है कि सत्ता के हिस्सेदार बने बैठे विकास के सहयोगियों को बचाने के लिए उसका एनकाउंटर किया गया है.
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