शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष वसीम रिजवी ने सुप्रीम कोर्ट में कुरान की 26 आयतें हटवाने के लिए याचिका दाखिल की थी. इसके विरोध में 14 मार्च को लखनऊ में एक बड़ी रैली का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें मौलाना कल्बे जव्वाद भी शामिल होंगे.
रैली की शुरुआत हुसैनाबाद के रूमी गेट से होगी. बड़े इमामबाड़े में प्रदर्शन के दौरान मुस्लिम धर्म के अलग-अलग पंथ के लोगों के इसमें पहुंचने का अंदाजा लगाया जा रहा है.
बता दें इसके पहले मुंबई की रजा अकादमी ने भी कोर्ट में याचिका दाखिल की है, जिसमें रिजवी की याचिका को खारिज करने की मांग की गई है. अकादमी ने रिजवी के खिलाफ धार्मिक भावनाओं को आहत करने के आरोप में कार्रवाई करने की भी मांग की है.
वहीं ऑल इंडिया शिया पर्सनल लॉ बोर्ड के महासचिव और प्रवक्ता मौलाना यासूब अब्बास ने मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, "वह आयतों को उनकी पृष्ठभूमि से इतर पेश कर रहे हैं और अशांति फैलाने की कोशिश कर रहे हैं. सुप्रीम कोर्ट को तुरंत इन याचिकाओं को उठाकर बाहर फेंक देना चाहिए."
क्या है मामला
वसीम रिजवी ने अपनी याचिका में दावा किया है कि इन 26 आयतों को कथित तौर पर तीन खलिफाओं (अबू बक्र, उमर और उस्मान) ने कुरान में शामिल किया था. रिजवी के मुताबिक यहां खलिफाओं का उद्देश्य अपनी ताकत को बढ़ाने का था. रिजवी ने यह आरोप भी लगाया कि इन आयतों से हिंसा को उकसावा मिलता है और लोग 'जिहाद' की तरफ प्रोत्साहित होते हैं.
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