ADVERTISEMENTREMOVE AD

विदेश से लौट रहे भारतीयों के लिए क्या है प्रोटोकॉल, गाइडलाइन? FAQ

पहले वापस लाए जा रहे 15,000 भारतीय कौन हैं?

Updated
story-hero-img
i
छोटा
मध्यम
बड़ा

कोरोना वायरस महामारी के बीच विदेश में फंसे करीब 15,000 भारतीयों को 64 फ्लाइट्स और तीन नेवी के जहाजों से वापस लाया जाएगा.

इनमें से पहली फ्लाइट 7 मई को कोचिन पहुंची. इसमें अबू धाबी से 209 लोग वापस आए. केरल में अभी ऐसी 14 और फ्लाइट्स लैंड करेंगी. वहीं दिल्ली और चेन्नई में 11-11 फ्लाइट्स पहुचेंगी.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

तो ये राज्य वापस आने वाले भारतीयों को कैसे संभालेंगे? इन लोगों के एयरपोर्ट से निकलने से पहले राज्यों की क्या करना चाहिए और क्वॉरंटीन की गाइडलाइन क्या है?

इससे जुड़ी हर बात यहां जानिए.

पहले वापस लाए जा रहे 15,000 भारतीय कौन हैं?

केंद्रीय गृह मंत्रालय ने बताया है कि नौकरी से निकाले गए मजदूर, खत्म हो चुके वीजा वाले शॉर्ट-टर्म वीजा होल्डर्स, मेडिकल इमरजेंसी वाले लोग, गर्भवती औरतों, बुजुर्ग, फंसे हुए छात्र और जिनके घर में किसी की मौत हुई है, ऐसे लोगों को पहले वापस देश लाया जाएगा.

क्या कोरोना वायरस पॉजिटिव लोगों को भी यात्रा की इजाजत है?

  • सभी यात्रियों की फ्लाइट से पहले मेडिकल स्क्रीनिंग होगी.
  • गृह मंत्रालय ने कहा है कि जिन लोगों में कोरोना वायरस के लक्षण नहीं हैं, सिर्फ उन्हें ही यात्रा की इजाजत होगी.

यात्रियों को क्या प्रोटोकॉल फॉलो करने हैं?

  • डेस्टिनेशन पर पहुंचने के बाद सभी यात्रियों को आरोग्य सेतु ऐप डाउनलोड करना होगा.
  • लैंड करने के बाद उनकी मेडिकल स्क्रीनिंग होगी.
  • वापस लौटने वाले सभी भारतीयों को 14 दिन क्वॉरंटीन में बिताने होंगे.

क्या यात्री होम क्वॉरंटीन का विकल्प चुन सकते हैं?

नहीं, सभी यात्रियों को पेमेंट बेसिस पर अस्पताल या इंस्टीट्यूशनल क्वॉरंटीन का विकल्प चुनना होगा. इसके अलावा पेमेंट बेसिस पर किसी होटल या लॉज में भी क्वॉरंटीन में रह सकते हैं.

सभी यात्रियों का पासपोर्ट 14 दिन के बाद ही वापस किया जाएगा.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

क्या उनका COVID-19 टेस्ट होगा?

यात्रियों को 14 दिन के बाद कोरोना वायरस के लिए टेस्ट किया जाएगा और आगे की कार्रवाई स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रोटोकॉल के मुताबिक होगी.

हालांकि, कोरोना वायरस के लक्षण दिखने पर पहले भी टेस्ट किया जा सकता है.

क्या केरल में स्ट्रेटेजी अलग है?

  • केरल में सभी यात्रियों के लिए सरकारी क्वॉरंटीन फैसिलिटी में सात दिन रहना अनिवार्य है.
  • सातवें दिन यात्रियों को RT-PCR टेस्ट से गुजरना होगा. जिनका टेस्ट नेगेटिव आएगा, उन्हें होम क्वॉरंटीन के लिए भेजा जाएगा.
  • ये लोग अगले सात दिन होम क्वॉरंटीन में रहेंगे.

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

Published: 
सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
अधिक पढ़ें
×
×