भारत ने पूरी दुनिया में फैले कोरोना वायरस की वजह से अलग-अलग देशों में फंसे भारतीय नागरिकों को स्वदेश लाने का फैसला किया है. इसके तहत सरकार ने 'वंदे भारत' और 'समुद्र सेतु' नाम से मिशन शुरू किए हैं. अब तक इस मिशन के तहत सैकड़ों यात्रियों को स्वदेश लाया जा चुका है. रविवार (10 मई) को नौसेना का आईएनएस जलाश्व मालदीव से 698 भारतीयों को लेकर कोच्चि पहुंचा.
भारत सरकार ‘वंदे भारत’ मिशन के तहत हवाई जहाजों के जरिए विदेशों से भारतीयों को वापस ला रही है. वहीं ‘समुद्र सेतु मिशन’ के तहत समुद्र के रास्ते से भारतीयों को स्वदेश लाया जा रहा है. खबरों के मुताबिक, सरकार इस मिशन के तहत 2 लाख लोगों को वापस लाना चाहती है.
ओमान, कुवैत और शारजाह से लाए गए भारतीय
वंदे भारत अभियान के तहत ओमान और कुवैत में फंसे 362 भारतीयों को लेकर दो विमान शनिवार रात को भारत पहुंचे. इन यात्रियों में 8 नवजात शामिल थे. वहीं, एक विमान से 180 से अधिक भारतीयों को शनिवार शाम को शारजाह से उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ पहुंचाया गया.
मालदीव से लाए गए 698 भारतीय
भारत सरकार के समुद्र सेतु मिशन के तहत भारतीय नौसेना का आईएएनएस जलाश्व मालदीव से 698 भारतीयों को लेकर कोच्चि पहुंच चुका है. जलाश्व 8 मई को मालदीव से रवाना हुआ और रविवार सुबह 8 बजे कोच्चि पहुंचा. वापस आए भारतीयों में 103 महिलाएं है और 595 पुरुष शामिल हैं. महिलाओं में 19 गर्भवती महिलाएं भी शामिल हैं.
दुबई और अबूधाबी से लौटे दो शख्स कोरोना पॉजिटिव
केरल में दो शख्स कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं. बताया जा रहा है कि ये दोनों शख्स दुबई और अबूधाबी से 7 मई को लौटे थे. इनमें से एक शख्स का इलाज कोच्चि में और दूसरे का इलाज कोझीकोड में चल रहा है.
बता दें कि सरकार के इन दोनों मिशनों के तहत अभी और भी भारतीय विदेश से स्वदेश लाए जाएंगे. दुबई से भारतीयों को लेकर पहला विमान 12 मई को मंगलुरु पहुंचेगा. केन्द्रीय रसायन एवं उर्वरक मंत्री डीवी सदानंद गौड़ा ने ट्वीट कर कहा, पहले ये विमान 14 मई को आना था लेकिन प्रवासी भारतीयों की ओर से लगातार अनुरोध किए जाने के बाद अब यह दो दिन पहले 12 मई को आएगा. गौड़ा ने बताया कि दोहा से बेंगलुरु आने वाले विमान की तारीख भी जल्दी ही घोषित की जाएगी.
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