केंद्रीय पोत परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने इंडियन नेवी की आलोचना करते हुए कहा कि वह 'मुंबई के विकास की परियोजनाओं' में रोड़ा अटका रही है. उन्होंने कहा कि नेवी के सभी अधिकारियों को आवास बनाने के लिए दक्षिण मुंबई में एक इंच भी जमीन नहीं दी जाएगी. उन्हें पाकिस्तान बॉर्डर पर होना चाहिए.
‘आलीशान इलाके में क्या करेंगे नौसेना अधिकारी’
गडकरी ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के साथ अंतर्राष्ट्रीय क्रूज टर्मिनल की आधारशिला रखते हुए कहा, “वास्तव में, मालाबार हिल (दक्षिण मुंबई) में नौसेना को क्या करना है. उन्हें देश की सीमा पर जाकर सुरक्षा करनी चाहिए.”
“वे मेरे पास जमीन का एक टुकड़ा मांगने आए थे.. मैं उन्हें एक इंच जमीन का टुकड़ा नहीं दूंगा. कृपया मेरे पास दोबारा मत आना.” हर कोई दक्षिण मुंबई की महंगी जमीन पर घर बनाना चाहता है, जबकि यहां केवल वरिष्ठ और महत्वपूर्ण अधिकारियों को ही रहना चाहिए.”नितिन गडकरी, केंद्रीय मंत्री
भारतीय नौसेना पर विकास कार्य में बाधा डालने का आरोप लगाते हुए गडकरी ने सवाल किया कि नौसेना के लोग दक्षिण मुंबई में क्यों रहना चाहते हैं? पश्चिमी कमांड के प्रमुख वाइस एडमिरल गिरिश लूथरा समेत शीर्ष नौसेना अधिकारियों की उपस्थिति में केंद्रीय मंत्री गडकरी ने नेवी पर जमकर हमला बोला. गडकरी ने कहा-
“हम आपकी इज्जत करते हैं, लेकिन आपको पाकिस्तान सीमा पर जाना चाहिए. पूर्वी समुद्री किनारों की भूमि राज्य सरकार और मुंबई पोर्ट ट्रस्ट की तरफ से विकसित की जा रही है, जिससे स्थानीय नागरिकों को फायदा होगा. हम सरकार हैं. यह नौसेना और रक्षा मंत्रालय सरकार नहीं है.”
इस वजह से भड़के गडकरी
दक्षिण मुंबई में नौसेना की अच्छी खासी मौजूदगी है और इस इलाके में पश्चिमी कमांड का मुख्यालय है. दक्षिण मुंबई के ही कोलाबा स्थित नेवी नगर में नौसेना के आवासीय क्वार्टर हैं. हाली ही में नौसेना ने मालाबार हिल पर तैरते पुल (फ्लोटिंग जेटी) के निर्माण की योजना पर रोक लगा दी. दरअसल नौसेना के पश्चिमी नौसेना कमांड ने सुरक्षा कारणों से इसकी अनुमति नहीं दी थी.
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(इनपुटः IANS और PTI)
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