वर्ल्ड नो टोबैको डे (World No Tobacco Day) के अवसर पर कैंसर पेशेंट्स एंड एसोसिएशन और टाटा मेमोरियल सेंटर ने मुंबई में बातचीत और फिटनेस चैलेंज का आयोजन किया जिसका विषय भारत धूम्रपान-मुक्त भविष्य की ओर था.
कार्यक्रम में शामिल मशहूर टीवी अभिनेता व फिटनेस आइकॉन करण टैकर ने कहा कि, "मैं वर्ल्ड नो टोबैको डे पर लोगों से, खासकर युवाओं से यही कहना चाहता हूं की तम्बाकू और स्मोकिंग के पियर प्रेशर में न आएं, सिर्फ इसलिए कि इससे दोस्तों के बीच में कूल दिखेंगे. स्मोकिंग या कैसा भी 'टोबैको कंजंपशन इज नॉट कूल' और उन्हें इस टेम्पटेशन और प्रेशर में नहीं आना चाहिए.
सेलेब्रिटी फिटनेस कोच मुस्तफा अहमद ने भी देहराया कि, तम्बाकू का सेवन करना कूल नहीं है, धूम्रपान करना स्टाइल की बात नहीं है ऐसी कोई भी चीज कूल नहीं है जिससे आपका स्वास्थ्य खराब हो. फिटनेस को अपनाएं और अच्छे से जिंदगी जिएं, नशे से जिंदगी बर्बाद न करें.
टाटा मेमोरियल सेंटर के कैंसर एपिडेमियोलॉजी डॉ पंकज चतुर्वेदी ने कहा कि, “इस साल दमा, हृदय रोग और फेफड़े का कैंसर कुछ ऐसे रोग हैं जिससे तम्बाकू के प्रयोग और अप्रत्यक्ष धूम्रपान के कारण 1.22 से अधिक भारतीयों की मौत होगी. मुझे #IndiaVsTobacco कैंपेन को सपोर्ट करते हुए गर्व हो रहा है जो अक्सर उपेक्षित अप्रत्यक्ष धूम्रपान के प्रभाव को उजागर करता है. इससे मुझे उम्मीद मिलती है कि लोग इसका संज्ञान लेंगे और तम्बाकू छोड़ने के लिए कुछ छोटे-छोटे कदम उठाएंगे.”
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