ADVERTISEMENTREMOVE AD

यमुना एक्सप्रेस-वे: 126 करोड़ के घोटाले के आरोपी पूर्व CEO गिरफ्तार

यमुना एक्सप्रेसवे अथॉरिटी ने दिसंबर 2013 और मई 2015 के बीच कथित तौर पर बढ़ी हुई दरों पर जमीन का अधिग्रहण किया था.

Updated
भारत
2 min read
story-hero-img
i
छोटा
मध्यम
बड़ा
Hindi Female

यमुना एक्सप्रेस-वे विकास प्राधिकरण में करीब 126 करोड़ के जमीन घोटाले के मुख्य आरोपी पूर्व सीईओ और रिटायर्ड आईएएस पीसी गुप्ता को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. उत्तर प्रदेश पुलिस ने उन्हें मध्य प्रदेश के दतिया में बने पीतांबरा मंदिर से गिरफ्तार किया है.

पिछले कुछ दिनों से फरार चल रहे पीसी गुप्ता मध्य प्रदेश के पीतांबरा मंदिर के अंदर से दर्शन कर जैसे ही बाहर निकले उन्हें पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. गुप्ता के खिलाफ थाना कासना में धोखाधड़ी और भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत मामला दर्ज है.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

क्या है पूरा मामला?

पीसी गुप्‍ता पर आरोप है कि यमुना डेवलपमेंट अथॉरिटी के तहत आने वाले मथुरा जिले के सात गांवों की जमीन को अपने रिश्तेदारों के साथ मिलकर कम दाम में खरीदा. इसके बाद उस जमीन को बाजार भाव से दोगुनी दर पर अथॉरिटी द्वारा अधिकृत किया गया.

यमुना एक्सप्रेसवे ने अपनी जांच में पाया है कि यमुना एक्सप्रेसवे पर “बाहर निकलने और प्रवेश रैंप” के निर्माण के लिए, यमुना एक्सप्रेसवे अथॉरिटी ने दिसंबर 2013 और मई 2015 के बीच 17 महीनों में कथित तौर पर बढ़ी हुई दरों पर जमीन का अधिग्रहण किया था.
0

यमुना डेवलपमेंट अथॉरिटी को हुआ 126 करोड़ का नुकसान

सीनियर पुलिस अधीक्षक अजय पाल ने बताया कि यमुना डेवलपमेंट अथॉरिटी में तैनात इंस्पेक्टर गजेंद्र सिंह ने थाना कासना में तीन जून को रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी. रिपोर्ट के मुताबिक,

यमुना डेवलपमेंट अथॉरिटी के अंतर्गत आने वाले मथुरा के सात गांव शिव पट्टी बांगर, शिव पट्टी खादर, कैलाना बांगर, कैलाना खादर, सोनपुर बांगर, नौझील बांगर की 97 हेक्टेयर जमीन को फर्जी दस्तावेज के आधार पर खरीदा गया, और बिना जरूरत के बावजूद इस जमीन का यमुना डेवलपमेंट अथॉरिटी द्वारा अधिग्रहण किया गया. इस सौदे में अथॉरिटी का 126 करोड़ का नुकसान हुआ.

पीसी गुप्ता अप्रैल 2013 से लेकर जून 2015 तक यमुना एक्सप्रेसवे के सीईओ बने हुए थे. इससे पहले उन्होंने ग्रेटर नोएडा औद्योगिक विकास प्राधिकरण के अतिरिक्त सीईओ और उप सीईओ के रूप में कार्य किया था.

22 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज

एसएसपी ने बताया कि इस मामले में यमुना विकास प्राधिकरण के तत्कालीन सीईओ और आईएएस पीसी गुप्ता, तहसीलदार सुरेश चंद शर्मा और संजीव कुमार, स्वाति दीप शर्मा, सोनाली, प्रमोद कुमार यादव, निधि चतुर्वेदी समेत 22 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज हुआ है.

एसएसपी ने बताया कि इस मामले को गंभीरता से लेते हुए आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए चार टीमें बनाई गई है. आज एक टीम ने मध्य प्रदेश के जनपद दतिया से पीसी गुप्ता को गिरफ्तार कर लिया.

ये भी पढ़ें- UP: योगी राज में गोरखनाथ को पढ़ना होगा, पाठ्यक्रम में शामिल किया

(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)

Published: 
सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
अधिक पढ़ें
×
×