उत्तर प्रदेश के कुशीनगर (Kushinagar) में शादी की खुशियां अचानक मातम में बदल गईं. हल्दी की रस्म चल रही थी. घरवालों सहित गांव की महिलाएं एक कुएं के पास मौजूद थीं. तभी कुएं पर रखा स्लैब अचानक टूट गया और उस पर बैठी सभी महिलाएं और बच्चियां कुएं में गिर गईं. हादसे में 13 की मौत हो गई, जिसमें बच्चियों की संख्या ज्यादा है. हादसा रात में करीब 8.30 बजे हुआ. चश्मदीदों का आरोप है कि 10 से ज्यादा बार कॉल किया, लेकिन मदद के लिए एंबुलेंस नहीं पहुंची.
'मृतकों में 15 से 20 साल की बच्चियां ज्यादा'
गोरखपुर जोन के ADG अखिल कुमार ने कहा-
"परमेश्वर कुशवाहा के यहां शादी का कार्यक्रम था. कुएं की एक रस्म के लिए गांव की महिलाएं इकट्ठा हुई थीं. करीब रात 8.30 के आस-पास दर्दनाक घटना घटी. जिस कुएं पर कार्यक्रम हो रहा था उस कुएं का स्लैब टूट गया. वहां पर जितने लोग थे, सीधे-सीधे कुएं में चले गए. स्थानीय लोगों ने जितना संभव हो सका, लोगों को निकाला. उन्हें तत्काल हॉस्पिटल भेजा गया. करीब 13 लोगों की डेथ हो गई. सभी महिलाएं हैं."
स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया कि स्वास्थ्य विभाग की टीम मौके पर नहीं पहुंची. इस सवाल के जवाब में अखिल कुमार ने कहा कि अगर किसी भी स्तर पर लापरवाही हुई है तो उसकी अलग से जांच की जाएगी. मृतकों में 15 से 20 साल की बच्चियां ज्यादा हैं.
'10-10 मोबाइल से फोन किया, एंबुलेंस नहीं आई'
चश्मदीद ने बताया, करीब 30 लोग गिरे थे. 15 को तो हम लोगों ने ही बचा लिया. 10-10 मोबाइल से फोन किया गया, लेकिन एक भी एंबुलेंस नहीं आई. फिर हम लोग प्राइवेट गाड़ी से हॉस्पिटल पहुंचे.
हादसे में डेढ़ साल का मासूम, एक लड़का, 2 महिला और 9 बच्चियों की मौत हो गई.
1- परी, उम्र- डेढ़ साल
2- मीरा, उम्र- 22 साल
3- सुंदरी, उम्र- 9 साल
4- राधिका, 20 साल
5- मन्नू, 12 साल
6- पूजा, 20 साल
7- शशिकला, 16 साल
8- ज्योति, 15 साल
9- पूजा, 17 साल
10- ममता, 35 साल
11- शकुंतला, उम्र- 34 साल
12- बृंदा, उम्र- 20 साल
13- आरती, उम्र- 7 साल
एक अन्य चश्मदीद ने बताया की करीब डेढ़ घंटे तक कोई मदद नहीं मिली. कॉल करने के बाद भी एंबुलेंस नहीं आई. बस कह रहे थे कि अभी आ रहे हैं. अभी आ रहे हैं. लेकिन नहीं आए. हमारे यहां से हॉस्पिटल 3 किमी. की दूरी पर है. 3 से 4 किमी थाना पड़ता है. हालांकि थाने के लोग जल्दी आ गए थे.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)