मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) के गुना (Guna) में जातिगत भेदभाव का एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है जहां एक दलित (Dalit Funeral) व्यक्ति को मौत के बाद भी अंतिम संस्कार के लिए सम्मान नहीं मिला.
दलित होने के चलते इस व्यक्ति के अंतिम संस्कार में कई मुश्किलें आई, यहां तक कि उसका अंतिम संस्कार उस जगह नहीं हो पाया जहां आम लोगों का होता है.
टीन शेड में शव को जगह नहीं मिली
ये मामला गुना के कुंभराज थाना क्षेत्र के चांदपुरा गांव का है. मौत के बाद कन्हैया अहिरवार के शव को परिजन दाह संस्कार के लिए मुक्तिधाम में लेकर गए, लेकिन दबंगों ने अंतिम संस्कार को रोक दिया. दबंगों ने कन्हैया अहिरवार के अंतिम संस्कार कई बाधाएं लगाई.
प्रशासन भी इस मामले में लाचार नजर आया. प्रशासन की मध्यस्थता के बावजूद टीन शेड में शव को जगह नहीं मिली और अंतिम संस्कार शेड के नीचे करना पड़ा. इस मामले ने एक बार फिर प्रदेश में जातिगत भेदभाव को उजागर किया है.
ये दलितों के अपमान का पहला मामला नहीं है. हाल ही में उड़ीसा मे एक दलित ने मंदिर को दान से इनकार किया तो खुद के थूक में उसकी नाक रगड़वाने का मामला सामने आया था. सरपंच ने दलितों के साथ गाली- गलौज भी किया था. पीड़ित व्यक्ति की पत्नी रेखा ने इस मामले में पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी. अब मध्यप्रदेश में भी इस हैरान करने वाली घटना के बाद सामाजिक सौहार्द में आ रही दरारों पर ध्यान देना जरूरी हो गया है.
(इनपुट इज़हार हसन खान)
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